गुना

छह घंटे अटकी रहीं सांसें, जवानों के हाथों में आते ही मुस्कुरा उठी मासूम

सोडा में रेस्क्यू ऑपरेशन, सेना ने एयरलिफ्ट और बोट के सहारे लोगों को निकाला, बचाई जान

गुनाAug 08, 2021 / 10:13 am

deepak deewan

Guna Flood Guna Accident Sodha Flood Parwati Flood

गुना। पार्वती नदी की दो धाराओं के बीच बमौरी के सोडा गांव में फंसे साढ़े तीन सौ लोगों की जान बचाने के लिए शनिवार को रेस्क्यू चला। इसमें सेना के विमान के जरिए 187 लोगों को छह खेप में निकाला। बाकी लोगों को भी एनडीआरपीएफ और एसडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर बाढ़ के बीच से बचाकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। बाढ़ से निकले लोगों को राजस्थान के छबड़ा जिले के एक स्कूल में ठहराया गया।
इस रेस्क्यू अभियान में गुना और राजस्थान की एनडीआरएफ की टीम ने साहसिक काम किया। रेस्क्यू करते विमान का ईंधन खत्म हो गया तो वह ईंधन लेने भोपाल गया, वहां से लौटकर फिर जुटा रहा। मध्यप्रदेश एवं राजस्थान की सीमा पार्वती नदी की दो धाराओं बीच में आने वाला सोडा गांव मध्य प्रदेश की बसा गुना जिले के फतेहगढ़ थाना क्षेत्र में ओर है. पिछले 10 दिनों से क्षेत्र में भारी बारिश के बाद पार्वती नदी में आए उफान के कारण मध्य प्रदेश के जिला मुख्यालय से संपर्क कटा हुआ था.
guna_1.jpg
पिछले 48 घंटों में लगातार गांव में पानी बढ़ने के बाद यहां रहने वाले 50 से अधिक परिवारों के 200 लोगों की जान जोखिम में आ गई । शनिवार सुबह इनको निकालने का अभियान शुरू किया गया. कैलाशपुरी से शुरू हुए इस अभियान के तहत सुबह 6.०० बजे से दोपहर 12.00 बजे तक हेलीकॉप्टर एवं एनडीआरएफ की टीमों द्वारा पार्वती नदी के उफान के बीच गांव के 187 महिला पुरुष और एवं बच्चों को रेस्क्यू करके निकाला गया।
guna_5_1.jpg
सेना के हेलीकॉप्टर ने 6 चक्कर में ग्रामीणों को निकाला, मध्यप्रदेश एवं राजस्थान से आई एनडीआरएफ की दो टीमों के 55 जवान भी जान जोखिम में डाल बहादुरी से ग्रामीणों को सुरक्षित निकालने के अभियान में लगे रहे। इस दौरान सोडा गांव के कुछ ग्रामीणों ने आने से मना किया तो पुलिस के जवानों को भेजकर उन्हें समझाइश की गई। इसके बाद सभी आने को तैयार हुए।
guna_3_1.jpg
सोडा से रेस्क्यू कर कैलाशपुरी गांव लाए गए ग्रामीणों को भुआखेड़ी स्कूल में ठहराया गया जहां इनके खाने पीने और ठहरने की व्यवस्था की गई। अभियान के दौरान एनडीआरएफ के जवान एक 10 दिन की प्रसूता एवं उसके बच्चे को भी पार्वती के उफान में बोट के सहारे सुरक्षित लेकर पहुंचे। उसे खाट पर सुरक्षित लिटा कर बेस कैंप तक पहुंचाया। बच्ची को जब जवानों ने अपने हाथों में लिया तो वह मुस्कुरा उठी। मासूम की मुस्कुराहट देख सभी जवान भी मुस्कुरा उठे.

Hindi News / Guna / छह घंटे अटकी रहीं सांसें, जवानों के हाथों में आते ही मुस्कुरा उठी मासूम

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.