उधर, प्रशासन की सख्ती से जहां जमीन माफियाओं में हड़कंप है। लेकिन अब भी सूदखोर, वन भूमि पर कब्जा करने वाले, शिक्षा माफिया, सट्टा-जुआ वाले बचे हुए हैं। कई लोगों पर पुलिस की नजर नहीं पड़ी है। एक दिन पहले चांचौड़ा में दबिश दी थी। दूसरी जगह कोर्ई सख्ती नहीं हो रही है।
कार्रवाई के दौरान प्रशासन ने लोगों को कई बार समझाया। महिलाएं गाली गलौज करते हुए पुलिस से भी बदसलूकी करने लगीं। जब उन्होंने कोई बाद नहीं सुनी तो उनको पकड़कर पुलिस गाड़ी में बैठा दिया।
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान हंगामा करने वालों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक महिला एसडीएम गर्ग के आगे लेट गई और वह उठ नहीं रही थी। महिला आरक्षकों ने उसको हवा में झुलाकर खेत से बाहर किया। इस दौरान पुलिस ने हंगामा करने वाले गब्बू पारदी, नागकन्या सहित उसके परिवार के 8 लोगों को गिरफ्तार किया है।
पारदी समुदाय की धमकियों से अमला सहम गया। इसके बाद एसडीएम ने खुद जेसीबी चलाई और फसल को नष्ट करना शुरू कर दिया। इसके बाद चार जेसीबी मशीनों से पूरी फसल को नष्ट कर दिया और जमीन के बीच जेसीबी से खोदकर सीमा भी तय कर दी। आधी जमीन पर कालेज बनाने का काम शुरू होगा।
अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सुबह 5 बजे पूरा अमला पहुंचा। 25 पुलिस के जवान और 35 राजस्व विभाग के लोग शामिल हुए। इसमें महिला पटवारी भी शामिल रहीं। सोमवार को प्रशासन ने कार्रवाई की पूरी रूपरेखा तैयार की। चार जेसीबी लेकर प्रशासन ने सुबह 5 बजे से लेकर दोपहर एक बजे तक पूरी फसल नष्ट कर दी और जमीन को अपने कब्जे में ले लिया है। राजस्व विभाग के अमले ने रात एक बजे से कार्रवाई के लिए साधन जुटाने शुरू कर दिए। सुबह जब कड़ाके की सर्दी और बरसात हुई तो अधिकारी कर्मचारी खेत की बागड़ तोड़कर अलाव में सर्दी दूर करते नजर आए।
जिस जमीन से प्रशासन ने कब्जा हटाया है। वह जमीन न्यायधीश आवास और सरकारी कालेज के लिए आवंटित है। 12 करोड़ से एक्सीलेंस कालेज बनाया जाना है, लेकिन अतिक्रमण की वजह से काम शुरू नहीं हो पाया। एक महीने पहले इसी जमीन का सीमांकन किया था।
कार्रवाई के दौरान पारदी समाज की कुछ महिलाएं आ गईं। वे एसडीएम गर्ग के सामने लेट गईं। महिला पुलिस बल ने उसे उठाकर खेत से बाहर कर दिया। इस दौरान पूर्व पार्षद नागकन्या ने एसडीएम धमकी देती रही। एक महिला ने गोली मरवाने की भी धमकी दे डाली। एसडीएम सहित अमले के साथ जमकर गाली-गलौज की गई।
जगनपुर और हड्डीमिल क्षेत्र में पारदी समुदाय का वर्षों से कब्जा है। पारदी समुदाय ने इस बारे में कई बार प्रशासन को आवेदन दिए हैं। इसमें बताया कि उनके द्वारा जंगल साफ कर जमीन को उपजाऊ बनाया है। लेकिन इस जमीन से उनको बेदखल किया जा रहा है। इसी को लेकर वे कई बार जन सुनवाई में भी गुहार लगा चुके हैं।
उधर, कैंट थाना पुलिस ने आठ लोगों पर शासकीय कार्य में बाधा और बलबा की धाराओं में मामला दर्ज किया है। दरअसल, लोक निर्माण विभाग के केपी तिवारी पुत्र राजेंद्र प्रसाद तिवारी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी गब्बू पारदी, बालू पारदी, सद्दू पारदी, नाग कन्या पारदी, सरस्वती बाई, नंदनी पारदी, सम्मा और शालिनी पर आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 294, 186 और 353 के तहत मामला दर्ज किया है। इसमें गब्बू पारदी का पूरा परिवार शामिल हैं। गब्बू की पत्नी नपा गुना से वार्ड पार्षद भी रह चुके हैं। पुलिस ने उनको आरोपी बनाया है व उनको गिरफ्तार भी कर लिया है। अन्य आरोपियों उसकी बहुएं हैं।