सऊदी ने 30 मई को अरब लीग की बुलाई आपात बैठक, कहा- ईरान ने उकसाया तो युद्ध के लिए हम तैयार
नाजरान में हैं अमरीकी सेना?
हौती विद्रोहियों की ओर से नाजरान को लगातार निशाना बनाने के पीछे यह उद्देश्य हो सकता है कि यमन-सऊदी की सीमा पर अमरीकी सेनाओं की तैनाती है। बीते साल न्यूयॉर्क टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था ‘अमरीकी खुफिया विश्लेषक नजारान में थे, जो सउदी और सीमा पर अमरीकी सेना के ग्रीन बेरेट्स की तैनाती में सहायता करते थे। यमन और सऊदी अरब के बीच कई वर्षों से संघर्ष चल रहा है। हजारों लोगों को 2015 में यमन संघर्ष में जान गवांनी पड़ी थी। बीते सप्ताह हौती ने एक बार फिर से ईरान और अमरीकी तनाव के बीच सऊदी के तेल प्रतिष्ठानों पर ड्रोन हमला कर तनाव को बढ़ा दिया है। बीते दिनों ही सऊदी ने चेतावनी देते हुए कहा था कि यदि ईरान युद्ध चाहता है तो सऊदी हर हमले के लिए तैयार है।
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