क्यों है खास?
सऊदी अरब द्वारा एक महिला को अंतरिक्ष में भेजना काफी खास है। इसकी वजह है सऊदी अरब का इस्लामिक बाहुलयता वाला देश होना। इस वजह से सऊदी अरब में महिलाओं को ज़्यादा अधिकार नहीं दिए जाते। इस बात का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि कुछ साल पहले ही सऊदी अरब में महिलाओं को कार ड्राइव करने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस मिलने का हक दिया गया था।
किस महिला को भेजा जाएगा अंतरिक्ष में?
रेयाना बरनावी (Rayyana Barnawi) नाम की सऊदी महिला को इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बनने और इतिहास रचने का मौका दिया जा रहा है। सऊदी अरब की ऑफिशियल प्रेस एजेंसी ने हाल ही में इस बात की जानकारी दी। यह स्पेस मिशन इंटरनेशनल स्पेस सेंटर (ISS) का मिशन होगा। एजेंसी ने जानकारी दी कि मिशन AX-2 के चालक दल के साथ रेयाना और अली अल-कर्नी, दोनों अंतरिक्ष यात्री इस मिशन का हिस्सा बनेंगे।
Shootout In US: मिशिगन की यूनिवर्सिटी में गोलीबारी, 3 लोगों की मौत
अमरीका से लॉन्च किया जाएगा सऊदी अरब की ऑफिशियल प्रेस एजेंसी ने आगे जानकारी देते हुए बताया कि उनके देश का यह स्पेस मिशन अमरीका से से लॉन्च किया जाएगा। 2023 के अंत में इस स्पेस मिशन को लॉन्च किया जाएगा।
स्पेस मिशन का क्या है उद्देश्य?
सऊदी अरब के इस स्पेस मिशन का उद्देश्य अपने देश की क्षमताओं को बढ़ावा देना है। साथ ही स्पेस इंडस्ट्री में देश को आगे ले जाना है। स्पेस इंडस्ट्री में असीम संभावनाओं को देखते हुए सऊदी अरब ने यह फैसला लिया है। इसके साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान अल सऊद (Mohammed bin Salman Al Saud) अपने देश की छवि को साफ करने के लिए इस तरह के कार्यों को करने के लिए बढ़ावा दे रहे है।