सुल्तान के विजन 2030 का असर
सऊदी अरब की यह पहल क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की उन कोशिशों का हिस्सा है, जिसमें उनके विजन 2030 प्लान के तहत देश को आर्थिक और सामाजिक रूप से आधुनिक बनाने की कोशिश की जा रही है। साऊदी अरब में पिछले कुछ समय में महिला समानता को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। वहां महिलाओं पर सालों से लगी पाबंदियां हटाई जा
रही हैं। पहले साऊदी की महिलाएं गाड़ी चलाने और फुटबॉल स्टेडियम जैसे अधिकारों से वंचित थीं, एक-एक कर उन्हें हटाया
जा रहा है। इसी के तहत इंटरनेट से जुड़ी निजता को और पुख्ता किया गया है। अपने विजन 2030 के तहत प्रिंस सलमान सऊदी को सॉफ्ट इस्लाम की तरफ ले जाना चाहते हैं। हाल ही में उन्होंने देशभर में मनोरंजन के साधनों को शुरू करने के आदेश दिए हैं।
सऊदी अरब की यह पहल क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की उन कोशिशों का हिस्सा है, जिसमें उनके विजन 2030 प्लान के तहत देश को आर्थिक और सामाजिक रूप से आधुनिक बनाने की कोशिश की जा रही है। साऊदी अरब में पिछले कुछ समय में महिला समानता को बढ़ाने की कोशिश की जा रही है। वहां महिलाओं पर सालों से लगी पाबंदियां हटाई जा
रही हैं। पहले साऊदी की महिलाएं गाड़ी चलाने और फुटबॉल स्टेडियम जैसे अधिकारों से वंचित थीं, एक-एक कर उन्हें हटाया
जा रहा है। इसी के तहत इंटरनेट से जुड़ी निजता को और पुख्ता किया गया है। अपने विजन 2030 के तहत प्रिंस सलमान सऊदी को सॉफ्ट इस्लाम की तरफ ले जाना चाहते हैं। हाल ही में उन्होंने देशभर में मनोरंजन के साधनों को शुरू करने के आदेश दिए हैं।
सऊदी अरब में कड़े हैं कानून
सऊदी अरब विश्व का एक ऐसा इस्लामिक देश है जहां कानून बहुत कठोर है। अगर कानून के आड़े वहां के राजकुमार भी आ जाए तो उन्हें भी सजा-ए-मौत दी जा सकती है। अगर शादी के कानूनों की बात करें तो वे भी वहां कड़े बताए जाते हैं। सऊदी अरब में कोई पुरुष पाकिस्तान, बांग्लादेश, चाड या म्यांमार की महिला से शादी नहीं कर सकता। देश भर में महिलाओं को घर से बाहर निकलने के लिए कपड़ों के तौर तरीकों के कुछ खास नियमों का पालन करना होता है। बाहर निकलने वाले कपड़े तंग नहीं होने चाहिए। अबाया पहना होना चाहिए। बता दें कि अब तक वहां महिलाओं को घर से निकलते वक्त सिर व चेहरे के साथ पूरे शरीर को ढकने के लिए अबाया पहनना अनिवार्य है। लेकिन हाल ही गए अमरीका दौरे पर सऊदी युवराज और उपप्रधानमंत्री मुहम्मद बिन सलमान का कहना था कि यदि महिलाएं शालीन तरीके से कपड़े पहनें तो उन्हें अबाया पहनने की जरूरत नहीं है।
सऊदी अरब विश्व का एक ऐसा इस्लामिक देश है जहां कानून बहुत कठोर है। अगर कानून के आड़े वहां के राजकुमार भी आ जाए तो उन्हें भी सजा-ए-मौत दी जा सकती है। अगर शादी के कानूनों की बात करें तो वे भी वहां कड़े बताए जाते हैं। सऊदी अरब में कोई पुरुष पाकिस्तान, बांग्लादेश, चाड या म्यांमार की महिला से शादी नहीं कर सकता। देश भर में महिलाओं को घर से बाहर निकलने के लिए कपड़ों के तौर तरीकों के कुछ खास नियमों का पालन करना होता है। बाहर निकलने वाले कपड़े तंग नहीं होने चाहिए। अबाया पहना होना चाहिए। बता दें कि अब तक वहां महिलाओं को घर से निकलते वक्त सिर व चेहरे के साथ पूरे शरीर को ढकने के लिए अबाया पहनना अनिवार्य है। लेकिन हाल ही गए अमरीका दौरे पर सऊदी युवराज और उपप्रधानमंत्री मुहम्मद बिन सलमान का कहना था कि यदि महिलाएं शालीन तरीके से कपड़े पहनें तो उन्हें अबाया पहनने की जरूरत नहीं है।