ईरान की जवाबी कार्रवाई ?
ब्रिटेन की सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि ईरानी नौकाओं ने खाड़ी के पास एक ब्रिटिश तेल टैंकर को घेर लिया था, लेकिन रॉयल नेवी शिप के आते ही वे भाग खड़े हुए। उन्होंने कहा कि एचएमएस मोंट्रोस ने ईरानी जहाजों को मौखिक चेतावनी जारी करने बाद ब्रिटिश टैंकर ‘हेरिटेज’ को सुरक्षा दी। ब्रिटेन ने ईरान के इस कार्य को “अंतर्राष्ट्रीय कानून के विपरीत” बताया।
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ईरान ने किया इनकार
उधर ईरान ने अपने टैंकर को जब्त करने के लिए जवाबी कार्रवाई करने की धमकी दी थी, लेकिन अब उसने किसी भी तरह के प्रयास से इनकार कर दिया है। अमरीकी मीडिया में आई खबरों के मुताबिक इन नावों का संबंध ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स से था। बताया जा रहा है कि नावों ने ब्रिटिश टैंकर ‘हेरिटेज’ को तब घेरा जब वह होर्मुज की खाड़ी में निकल रहा था।
ब्रिटिश टैंकर के अपहरण का प्लान !
नेवी शिप एचएमएस मोंट्रोस ने कहा है कि तीनों नौकाएं बंदूकें और भारी हथियारों से भरी हुई थीं। नेवी शिप का दावा है कि उन्होंने केवल ईरानी टैंकरों को चेतावनी दी और दोनों पक्षों के बीच कोई गोलीबारी नहीं हुई। ब्रिटिश रॉयल नेवी द्वारा जिब्राल्टर में ईरानी टैंकर के जब्त करने के लगभग एक सप्ताह बाद यह घटना घटी।
बता दें कि ईरानी राष्ट्रपति हसन रूहानी ने कहा कि ईरानी टैंकर को जब्त करने पर ब्रिटेन को परिणाम भुगतने की धमकी दी थी।
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बता दें कि मई और जून में ईरान के दक्षिणी तट के पास कई तेल टैंकरों पर हमला किया गया था, जिसके लिए यूएस ने ईरान को दोषी ठहराया था। जबकि तेहरान ने इस घटना में किसी भी संलिप्तता से इनकार किया है। पिछले महीने ईरान ने स्टॉर्म ऑफ होर्मुज के पास एक अमरीकी ड्रोन को मार गिराया था।
संयुक्त राज्य अमरीका के संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ जनरल जोसेफ डनफोर्ड ने मंगलवार को कहा कि अमरीका अगले दो सप्ताह में ईरान और यमन के खिलाफ सैन्य गठबंधन बनाए जाने की उम्मीद करता है।
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