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महसा अमीनी की मौत के बाद बढ़े मामले पिछले साल ईरान में 22 वर्षीय महिला महसा अमीनी (Mahsa Amini) की तेहरान (Tehran) में पुलिस की कैद में मौत हो गई थी, जिसके बाद ईरान में सज़ा-ए-मौत के मामले बढ़ गए। महसा को पुलिस ने सिर्फ इसलिए पकड़ा था क्योंकि उसने हिजाब का विरोध किया था। पुलिस की कैद में महसा की मौत को हत्या बताया गया।
महसा की हत्या के बाद ईरान में हिजाब के विरोध में देशव्यापी प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया था। महिलाओं के साथ पुरुषों ने भी इन हिजाब विरोधी प्रदर्शनों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस वजह से ईरान की सरकार ने प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्ती बरतते हुए हज़ारों की तादाद में उन्हें गिरफ्तार किया। इनमें से कई लोगों को सज़ा-ए-मौत दी गई थी। वहीं कई हज़ार लोगों को कई साल की जेल की सज़ा दी गई।
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