रक्का (सीरिया)। 14 साल के छोटे बच्चे अहमद और उसके परिवार को पिछले साल अगस्त में आईएसआईएस के आतंकियों ने उत्तरी इराक से अगवा कर लिया था। अहमद लम्बे समय तक आतंकियों के साथ रहा और वहां के तौर तरीके और उनका काम करने का अंदाज देखता रहा। अहमद ने बताया कि उन्हें बंदूकों की पूजा करने के लिए मजबूर किया जाता है। अहमद ने कहा कि वे आतंकी कहते थे कि बस सिर को पकड़ो, उसे पीछे करो और फिर गर्दन से काट दो। अहमद आईएसआईएस के प्रोपेगैंडा वीडियो में कई बार आया है, जिसमें उसे बंधकों का सिर काटते हुए दिखाया गया है। उसके बयान से पता चलता है कि कैसे बच्चों को हत्यारा बनाने के लिए आईएसआईएस ट्रेनिंग देता है।
एक दिन अहमद और उसका परिवार एक स्मगलर की मदद से वहां से निकल भागने में कामयाब हो गए। इस दौरान अहमद ने एक मेमोरी स्टिक चुरा ली जिसकी मदद से उसने आतंकियों के और उस स्मगर के गई फोटो खींचे हैं।
अहमद आईएसआईएस के एक प्रोपगेंडा वीडियो में कमांडर सऊदी नेशनल अबू वालिद के साथ बैठा भी दिखाई दिया है। उसका कहना है कि कमांडर ग्रुप सेक्स और लोगों को खरीदने बेचने का काम करता था। लड़के का कहना है कि वह एक गंदा इंसान था।
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