यूपी से हरियाणा आने-जाने वाले करीब 20 हजार लोगों को जल्द ही 22 किलोमीटर का अतिरिक्त चक्कर लगाने से मुक्ति मिलने वाली है। क्योंकि कुछ दिन में ही यमुना एक्सप्रेसवे को ईस्टर्न पेरिफेरल से जोड़ने वाले इंटरचेंज का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है। इसके बनने पर वाहन यमुना एक्सप्रेसवे से सीधे ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर चढ़ पाएंगे। वाहनों को सिरसा से होते हुए एक लम्बा सफर नहीं करना पड़ेगा। इसके साथ ही हरियाणा वालों के लिए जेवर एयरपोर्ट तक का सफर भी आसान हो जाएगा। क्योंकि यमुना एक्सप्रेसवे से जेवर एयरपोर्ट के लिए एक एलिवेटेड सड़क भी बनाई जाएगी।
यह भी पढ़ें- कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच 31 मई तक धारा 144 लागू, सार्वजनिक कार्यक्रमों पर प्रतिबंध 22 किलोमीटर के अतिरिक्त सफर से मिलेगी मुक्ति बता दें कि आगरा से उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बीच हर रोज करीब 20 हजार वाहन फर्राटा भरते हैं। आगरा हरियाणा जाने वाले वाहनों को यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट से सिरसा लूप हाेकर ईस्टर्न पेरिफेरल पर जाना पड़ता है। इसी तरह हरियाणा से आने वाले वाहन भी सिरसा के बाद परी चौक होकर यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट से आगरा जाते हैं। इस कारण परी चौक और सिरसा में भारी जाम का सामना करना पड़ता है और 22 किलोमीटर का अतिरिक्त सफर भी करना पड़ता है।
यह भी पढ़ें- यूपी के इन शहरों में बिना मास्क के बाहर निकले तो कटेगा भारी भरकम चालान वेस्ट यूपी और हरियाणा के लोगों को होगा लाभ जगनपुर-अफजलपुर गांव के पास इंटरचेंज बनने के बाद हरियाणा से जेवर एयरपोर्ट का सफर आसान हो जाएगा। इसका सबसे अधिक लाभ पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के लोगों को होगा। इसी महीने इंटरचेंज का कार्य शुरू हो जाएगा, जिसके अगस्त 2022 में पूरा होने की उम्मीद है। इसे करीब 76 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।