चंद्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के वरिष्ठ कृषि एवं मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया “पिछले कई दिनों से कानपुर मण्डल सहित गंगा के मैदानी इलाकों और मध्य भारत के कुछ हिस्सों में कोहरे की घनी चादर छाई हुई है। जिससे इस क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। धुंध के इस घने आवरण ने सूरज की किरणों को नकारते हुए दिन के तापमान में भारी गिरावट ला दी है। जिससे पंजाब, उत्तरी हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में “ठंडे दिन” और यहां तक कि “गंभीर ठंडे दिन” की स्थिति पैदा हो गई है। पश्चिमी हिमालय पर हल्की बर्फबारी और बारिश के साथ आने वाले लगातार कमजोर पश्चिमी विक्षोभ ठंड में इजाफा कर रहे हैं। इन विक्षोभों के साथ-साथ तलहटी से आने वाली उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण रात के तापमान में और गिरावट आई है।”
उन्होंने आगे बताया “जबकि अगले 2-3 दिनों में कोहरे की तीव्रता कम होने की उम्मीद है, जिससे दिन में कुछ राहत मिलेगी, शीत लहर की स्थिति कुछ दिनों तक बनी रह सकती है। सुबह और शाम को बाहर निकलने वालों को अधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, वाहनों के लिए गर्म कपड़े और कोहरे की रोशनी जरूरी है।
यूरोप और दक्षिण एशिया से जेट स्ट्रीम के नीचे आने सर्दियों की बर्फीली पकड़ कुछ समय तक बनी रह सकती है, लेकिन गर्म और सतर्क रहें, क्योंकि जल्द ही, सूरज धुंध को चीर देगा और भूमि को एक बार फिर धूप से नहला देगा।”
गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, लखनऊ, बाराबंकी, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं और इसके आसपास के इलाकों में मौसम विभाग ने घने से घना कोहरा होने का रेड अलर्ट जारी किया है।