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भारत बंद पर धर्मगुरु ने दिया यह बड़ा बयान जानकारी के अनुसार एसटीएफ को मुखबिर से सूचना मिली थी कि डकैत ग्रेटर नोएडा में किसी वारदात को अंजाम देने के लिए आ रहे है। डकैतों का इनपूट मिलने के बाद में एसटीएफ अलर्ट हो गई। एसटीएफ ने घेराबंदी शुरू कर दी। घेराबंदी के दौरान एसटीएफ ने एक डकैत को बिसरख से अरेस्ट कर लिया। एसटीएफ के अधिकारियों की माने तो बाइक सवार डकैतों ने एसटीएफ पर फायरिंग कर दी थी। जवाबी कार्रवाई के दौरान एक गोली डकैत को भी जा लगी। उसी दौरान उसका साथी मौके से फरार हो गया। डकैत संजय के कंधे में गोली लगी है। यह भी पढ़ें
रेलवे की ठेकेदारी कब्जाने की तैयारी में थे यूपी के ये कुख्यात बदमाश पचास हज़ार का इनामी डकैत संजय अलीगढ़ के जवां थाना क्षेत्र का रहने वाला है। उस पर डकैती, लूट और हत्या के लगभग 10 मामले अलीगढ़, बुलंदशहर और गाजियाबाद के विभिन्न थानों में दर्ज हैं। यह डकैती डालने में एक्सपर्ट है और अभी 6 से अधिक अपने साथियों के साथ मिलकर डकैती डाल चुका था। डकैती की घटनाओं में यह फरार चल रहा था। पुलिस वीरेश की तलाश में जुटी है। वीरेश भी अलीगढ़ के थाना जवां का रहने वाला है। एसटीएफ के एएसपी ने बताया कि संजय अलीगढ़, बुलंदशहर और आसपास के जिलों में सक्रिय मोली अहरिया गैंग का सदस्य है। उसने पिछले कुछ माह में बुलंदशहर में बावरिया गिरोह की तर्ज पर डकैती की कई वारदातों को अंजाम देकर सनसनी फैला दी थी। उन्होंने बताया कि संजय बेहद कुख्यात डकैत है। जल्द ही उसके गिरोह के अन्य बदमाशों को अरेस्ट कर लिया जाएगा।