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जानकारी के अनुसार, 20 अक्टूबर को गाड़ी निकालने को लेकर गिरिराज भाटी के बेटा का दूसरे पक्ष से विवाद हो गया था। इसकी रिपोर्ट भी दर्ज कराई गई थी। आरोप है कि पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। 25 अक्टूबर को दौबारा से दोनों पक्षो में झगड़ा हुआ। जिसमे गिरिराज भाटी के साथ मारपीट की गई। इसकी भी रिपोर्ट में दर्ज कराई गई है। आरोप है कि दूसरी बार भी पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। शुक्रवार को गिरिराज का बेटा गजेंद्र और आकाश अपने साथियों के साथ मिलकर जिम से लौट रहे थे। ये कई गाड़ियोंं में सवार थे। जब ये गांव के पास पहुंचे। उसी दौरान दूसरे पक्ष ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। दोनों भाइयों को गोली लगने से मौत हो गई। जबकि दूसरी गाड़ी में सवार उनके दोस्त सुनील, राहुल और जीतू घायल हो गए। जीतू की हालत गंभीर बताई जा रही है। उसे कैलाश अस्पताल से हायर सेंटर दिल्ली के लिए रेफर कर दिया है। ये दोनों भाई जिम चलाते है। आकाश स्टेट लेवल का बॉडी बिल्डर है। आरोप है कि पुलिस दोनों बार कराई रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करती तो दूसरे पक्ष का हौसला इतना नहीं बढ़ता। अब अधिकारी जांच कर कार्रवाही करने की बात कह रहे है। पुलिस की लापरवाही को लेकर ग्रामीणों मेंं रोष व्याप्त है। सीओ फर्स्ट ग्रेटर नोएडा तनु उपाध्याय ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।