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मंच से लगे अपने ही विधायक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे
भाजपा की जन विश्वास यात्रा के साथ भाजपा के स्थानीय नेताओं के बीच प्रतिद्वंदिता जग जाहिर हो गई है, राजनीति का तकाजा है दिल मिले न मिले, गले मिलते रहिये, लिहाजा जो बात परदे में रहती थी कभी जाहिर नहीं होती थी, वह कासना में जब भाजपा की जन विश्वास यात्रा पहुंचते ही बातें बेपर्दा हो गयी। जन विश्वास यात्रा पहुंचते ही तो मंच से स्थानीय विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह मुर्दाबाद के नारे लगने लगे, वह भी सांसद महेश शर्मा के सामने। जिसके कारण वे असहज महसूस करते हुए मंच पर पहुंचे और संचालक से माइक खींच लिया। इस बीच मंच पर मौजूद एक अन्य नेता ने ठाकुर धीरेंद्र सिंह जिंदाबाद की नारे लगा दिए इसके बाद मंच पर मौजूद लोगों ने उसे नीचे उतार दिया और महेश शर्मा मंच पर पहुंचे, लेकिन मंच से अमित पहलवान जिंदाबाद के नारे लगने लगे।
मंच से लगे अपने ही विधायक के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे
भाजपा की जन विश्वास यात्रा के साथ भाजपा के स्थानीय नेताओं के बीच प्रतिद्वंदिता जग जाहिर हो गई है, राजनीति का तकाजा है दिल मिले न मिले, गले मिलते रहिये, लिहाजा जो बात परदे में रहती थी कभी जाहिर नहीं होती थी, वह कासना में जब भाजपा की जन विश्वास यात्रा पहुंचते ही बातें बेपर्दा हो गयी। जन विश्वास यात्रा पहुंचते ही तो मंच से स्थानीय विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह मुर्दाबाद के नारे लगने लगे, वह भी सांसद महेश शर्मा के सामने। जिसके कारण वे असहज महसूस करते हुए मंच पर पहुंचे और संचालक से माइक खींच लिया। इस बीच मंच पर मौजूद एक अन्य नेता ने ठाकुर धीरेंद्र सिंह जिंदाबाद की नारे लगा दिए इसके बाद मंच पर मौजूद लोगों ने उसे नीचे उतार दिया और महेश शर्मा मंच पर पहुंचे, लेकिन मंच से अमित पहलवान जिंदाबाद के नारे लगने लगे।
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कार्यक्रम का हुआ मिट्टी पलीद
जिसके बाद सांसद महेश शर्मा अपने समर्थकों के साथ मंच से उतर कर चुपचाप वहां से निकल लिए, उनके मंच से उतरकर जाते ही मंच से नेता घोषणा करते नजर आए… उनका अहंकार हम तोड़ने का काम करेंगे, यह भरी जनता के बीच हम ऐलान कर रहे हैं। आप सब सुनो हम पार्टी के लिए बलिदान देने के लिए क्षमता रखते हैं, लेकिन अगर हमारे सम्मान की बात आएगी तो लोगों को मिट्टी में मिलाने का काम भी हम करेंगे। अब किसके अहंकार को तोड़ने की बात हो रही थी और किसे मिट्टी में मिलाने की बात की जा रहा थी, यह बात जाहिर नहीं हो पाई, लेकिन कार्यक्रम का मिट्टी पलीद जरुर हो गया।