ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने कुख्यात बदमाशों और गैंगस्टरों के खिलाफ अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति को जब्त करने का अभियान चलाया हुआ है। इसी के तहत कार्रवाई करते हुए पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट के तहत खनन माफिया संजय मोमनाथल की 3.50 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की है। संजय रणदीप भाटी गैंग का सक्रिय सदस्य है। पूर्व में इसके ऊपर करीब डेढ़ दर्जन मुकदमे दर्ज हैं। इस कार्रवाई से खनन माफियाओं में हड़कंप मच गया। गौतमबुद्ध नगर पुलिस अब तक विभिन्न बदमाशों की 44 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त कर चुकी है। पुलिस का दावा है कि भविष्य में भी बदमाशों की आर्थिक रूप से कमर तोड़ने की प्रक्रिया चलती रहेगी।
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शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी समेत तीन के खिलाफ मुकदमा दर्ज दरअसल, गैंगस्टर एक्ट के तहत पुलिस ने खनन माफिया संजय मोमनाथल की जमीन कुर्क करने के बाद जमीन पर सूचना पट लगा दिया है। पुलिस के मुताबिक संजय भाटी की पत्नी वीरवती के नाम से करीब साढ़े चार बीघा जमीन है। इसकी कीमत करीब 3.08 करोड़ रुपये है। इसके अलावा 12 लाख की लाइसेंसी पिस्टल, 30 लाख रुपये की पोकलेन मशीन और 25 हजार की एक बाइक को कुर्क किया है। इस संपत्ति की कीमत करीब साढ़े तीन करोड़ रुपये है। ग्रेटर नोएडा के डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित संजय मोमनाथल शातिर खनन माफिया है। उसके खिलाफ जिले के विभिन्न थानों में 18 मुकदमे दर्ज हैं। आरोपित नालेज पार्क थाने का हिस्ट्रीशीटर है। संजय के खिलाफ पूर्व में गैंगस्टर एक्ट और एनएसए की कार्रवाई भी की जा चुकी है। यह भी पढ़ें
कोरोना को लेकर फिर बढ़ी सख्ती, बॉर्डर के बाद अब मेट्रो स्टेशन और बस स्टॉप पर भी होगी Covid जांच डीसीपी राजेश कुमार सिंह ने बताया कि कुख्यात बदमाशों ने अपराध के रास्ते चल और अचल संपत्ति बना ली है। कुख्यात बदमाश रणदीप भाटी गिरोह के सक्रिय सदस्य खनन माफिया संजय मोमनाथल की अवैध संपत्ति जब्त की गई है। इस पर गैंगस्टर एक्ट और रासुका की कार्रवाई पहले ही हो चुकी है। गिरोह के अन्य सदस्यों की संपत्ति की जानकारी भी एकत्रित की जा रही है। पुलिस ने जिले के कुख्यात बदमाशों की संपत्ति को जब्त करने का अभियान चलाया हुआ है। पुलिस कुख्यात बदमाश सुंदर भाटी, रणदीप भाटी, अनिल दुजाना समेत कई की संपत्ति को कुर्क करने की कार्रवाई कर चुकी है। अभी तक कुल 44 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। पुलिस का दावा है कि भविष्य में भी बदमाशों पर आर्थिक रूप से कमर तोड़ने की प्रक्रिया चलती रहेगी।