यह भी पढ़ें- Baghpat: हाॅटस्पाॅट पर जांच के लिए गई स्वास्थ्य विभाग की टीम पर महिलाओं ने थूका, रासुका लगाने की मांग दरअसल, यह मामला ग्रेटर नोएडा के मकनपुर खादर गांव का है। जहां का रहने वाला युवक सुनील पुलिस की बर्बरता का शिकार हुआ है। उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उस पर ग्राम प्रधान दीपक ने आरोप लगाया कि इसने किसी के घर पर चिट्ठी फेंकी थी। जबकि उसका कहना है कि यह आरोप निराधार है। ग्राम प्रधान से मिलीभगत के चलते पुलिस उसको पूछताछ के लिए स्पोर्ट सिटी पुलिस चौकी ले गए। जहां उसे कमरे में बंद कर दारोगा रवि और दो कांस्टेबल और ग्राम प्रधान दीपक ने हैवानियत कि हद तक पीटा, जिससे उसके शरीर की चमड़ी तक उतर गई।
सुनील का आरोप है उसे छोड़ने के लिए दारोगा ने 50 हजार रुपये मांगे थे। उसके पास 5 हजार रुपये थे, उसने पैसे देकर बाकी पैसे 4 दिनों देने की बात कहकर जान बचाई। पुलिस उसका 151 में चालान कर दिया और जमानत होने के बाद अधिकारियों से शिकायत की।
सुनील की शिकायत पर पुलिस अधिकारियों ने एसीपी थर्ड को मामले जांच सौंपी है। प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर एक सब इंस्पेक्टर और दो कांस्टेबल को सस्पेंड करते हुए उनके खिलाफ कठोरतम दंडात्मक कार्रवाई करने की सिफारिश की गई है।