ग्रेटर नोएडा। एशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट में शुमार नोएडा एयरपोर्ट (Noida Airport) की नींव रखने की तारीख का जल्द ही ऐलान होने की उम्मीद है। कारण, बुधवार को एयरपोर्ट को ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन (बकास) से मंजूरी मिल गई है। जिसके बाद एयरपोर्ट बनने की आखिरी बाधा भी दूर हो गई है। जिसके बाद सभी कागजी प्रक्रिया पूरी हो गई है। जानकारों की मानें तो जल्द ही एयरपोर्ट की नींव रखने की तारीख का ऐलान सरकार द्वारा किया जा सकता है। दरअसल, अपर मुख्य सचिव एसपी गोयल ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि यह बहुत बड़ी खबर है। जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए जरूरी अंतिम मंजूरी भी मिल गई है। एयरपोर्ट के पहले चरण के लिए हुए समझौते का पुनरीक्षण कर लिया गया है। नागर विमानन सुरक्षा ब्यूरो ने क्लीयरेंस दे दी है।
जानकारी के लिए बता दें कि एयरपोर्ट बनाने के लिए पूर्व में केंद्र सरकार की तरफ से सुरक्षा मंजूरी (सिक्योरिटी क्लीयरेंस) मिल चुकी है। इससे पहले नागर विमानन महानिदेशालय ने भी नोएडा एयरपोर्ट के लिए जरूरी अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। जिसके बाद केवल ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन (बकास) और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण की ओर से अनापत्ति व सुझाव मिलने बाकि थे। इनमें से बुधवार को ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन (बकास) ने मंजूरी दे दी है। जिस पर योगी सरकार ने खुशी जाहिर की है।
यह भी पढ़ें
ढाई घंटे में तय होगा 32 घंटे का सफर, गोरखपुर से अहमदाबाद के लिये सीधी उड़ान आज से जानिये डिटेल
2023-24 में होगा एयरपोर्ट का काम शुरू गौरतलब है कि भाजपा सरकार का दावा है कि नोएडा एयरपोर्ट अगले दो से तीन वर्ष में शुरू हो जाएगा। एयरपोर्ट के मास्टर प्लान के मुताबिक पहले चरण में दो रनवे बनाए जाने हैं और वर्ष 2023-24 तक इस एयरपोर्ट से फ्लाइट ऑपरेशन शुरू हो जाएंगे। इस एयरपोर्ट परकुल 5 रनवे बनाने की प्लानिंग है। इसका क्षेत्रफल करीब 5000 हेक्टेयर होगा और इसके निर्माण में करीब 15 से 20 हजार करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। वहीं एयरपोर्ट के दूसरे चरण के लिए सात गांवों की जमीन अधिगृहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। उत्तर प्रदेश सरकार ने चालू वित्त वर्ष के बजट में गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन को एयरपोर्ट के लिए ढाई हजार करोड़ रुपये आवंटित किए हैं। जिससे किसानों से जमीन खरीदी जाएगी। यह भी पढ़ें