ग्रेटर नोएडा का विजय सिंह पथिक स्पोटर्स कॉम्लेक्स का क्रिकेट ग्राउंड अफगानिस्तान टीम का होम ग्राउंड रहा है। यहां अफगानिस्तान की टीम ने क्रिकेट की प्रैक्टिस की। ग्रेटर नोएडा का क्रिकेट ग्राउंड अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड और प्लेयर्स को काफी पंसद आया था। यहां करीब तीन साल तक अफगान टीम ने क्रिकेट की बारीकियां सीखी है। फिलहाल अफगानिस्तान ने देहरादून स्टेडियम को अपना होम ग्राउंड बनाया हुआ है। डे-नाइट से लेकर 50 ओवर के विश्व कप की भी तैयारी इसी ग्राउंड की पिच पर की है।
तीन साल रहा होम ग्राउंड विजय सिंह पथिक स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स का क्रिकेट ग्राउंड अफगानिस्तान का होम ग्राउंड रहा है। इस ग्राउंड पर इंटरनेशनल स्तर की सुविधाओं को देखते हुए अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दिसंबर 2015 में इसेे होम ग्राउंड बनाया। तीन साल होम ग्राउंड रहने के बाद दिसंबर, 2018 में ग्रेनो स्टेडियम से करार खत्म हो चुका है। अफगानिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व मैनेजर रविंद्र भाटी ने बताया कि टीम ने काफी संघर्ष किया है। पूरी टीम में खेल की दिवानगी अलग ही है। यह टीम आने वाले समय में बहुत आगे जाएगी। हालांकि, अफगानिस्तान के मोहम्मद नबी और राशिद खान आईपीएल में अपना शानदार प्रदर्शन दिखा चुके है। इस टीम को भारत की जमीं काफी पंसद आई है। यही वजह है कि आज भारत जैसी टीम को मैच जीतने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा।
ग्रेटर नोएडा में इन टीमों से खेल चुकी है अफगानिस्तान शहीद विजय सिंह पथिक स्पोटर्स कॉम्प्लेक्स के क्रिकेट ग्राउंड पर इंटरनेशनल मैचों का आयोजन हो चुका है। ICC C से मान्यता मिलने के बाद में क्रिकेट ग्राउंड पर अफगानिस्तान ने आयरलैंड, बांग्लादेश, जिम्बाब्वे, नामीबिया जैसी टीमों से इंटरनेशनल मैच खेले। इन टीमों से अफगानिस्तान ने वन-डे और टी-20 मैच खेले थे। अफगानिस्तान को भारत का क्रिकेट माहौल काफी पंसद आया।
ICC से मिली थी मान्यता international cricket council से shaheed vijay singh pathik sports complex के cricket ground को देश में 48वें मैदान के रूप में मान्यता दी थी। ICC से मान्यता मिलने के बाद में क्रिकेट ग्राउंड पर BCCI व आइसीसी की तरफ से मैचों का आयोजन भी कराया गया था। BCCI की तरफ से दिलीप ट्राफी व रणजी मैचों का आयोजन कराया गया। इसी cricket ground पर पहली बार पिंक बॉल से डे-नाइट का मैच खेला गया था।
BCCI ने किया प्रतिबंधित BCCI इस क्रिकेट ग्राउंड को प्रतिबंधित कर चुकी है। जिसके बाद UPCA भी पीछे हट गया है। अथॉरिटी अफसरों की वजह से स्टेडियम की हालत खस्ता होती चली गई। लंबे समय से इस ग्राउंड पर बड़े मैचों का आयोजन नहीं हुआ है। BCCI व UPCA की तरफ से कभी इस ग्राउंड पर दिलीप ट्रॉफी व रणजी मैच आयोजित होते रहे थे। रणजी मैच न होने की वजह से शहर के क्रिकेट प्रेमी व क्रिकेटरों को भी झटका लगा है।