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साक्ष्यों को मिटाने के लिए लगाई गई थी आग
दरअसल करोड़ों रुपये के होमगार्ड वेतन घोटाले में कमेटी जांच ही कर रही थी। टीम को सूरजपुर स्थित होमगार्ड कार्यालय से अहम दस्तावेज कलेक्ट करने थे। इससे पहले ही सोमवार रात जांच से जुड़े मस्टर रोल में आग लगा दी गई। इसकी जानकारी मंगलवार सुबह कार्यालय में साफ-सफाई करने पहुंचे स्वीपर ने दी। जिसके बाद हड़कंप मच गया। उधर एसएसपी के आदेश पर तत्काल रूप से जांच कर मुकदमा दर्ज कर फॉरेंसिक टीम ने फिंगर प्रिंट लेकर छानबीन की।
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ऑफिसर रैंक के दो अधिकारियों समेत 5 गिरफ्तार
वही 24 घंटे बाद ही पुलिस टीम ने तत्कालीन ऑफिसर कमांडेंट होमगार्ड राज नारायण चौरसिया, एडीसी सतीश समेत प्लाटून कमांडर शैलेन्द्र, मोंटू और सतवीर की गिरफ़्तारी कर ली। इसके साथ ही जांच शुरू कर दी है। इस मामले में विभाग से संबंधित अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी गिरफ्तार हो सकते हैं।
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ऐसे खुला होमगार्ड वेतन घोटाला
बता दें कि गौतमबुद्ध नगर जिले में यह घोटाला होमगार्ड द्वारा एसएसपी को फर्जीवाड़े की शिकायत पर जांच के बाद सामने आया है। दरअसल जुलाई माह में होमगार्ड ने एसएसपी को फर्जीवाड़े की शिकायत दी थी। इसकी जांच एसएसपी ने होमगार्डो के डयूटी का फर्जी मस्टररोल तैयार कर भुगतान की शिकायत पर एसपी सिटी विनीत जायसवाल को सौंपी थी। इसमें शुरुआत (Muster Roll) मस्टररोल में गड़बडिय़ां मिली थी। इसके साथ ही 50 प्रतिशत से ज्यादा फर्जी ड्यूटी पकड़ी गई। जिसमें सात लाख से अधिक फर्जी भुगतान पकड़ा गया। साथ ही एसएसपी ने इस मामले की शिकायत शासन स्तर पर की थी। इसी के बाद 13 नवंबर को मामले में सूरजपुर कोतवाली में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया गया था। इस फर्जीवाड़े की जांच के लिए शासन स्तर से एक कमेटी गठित की गई थी। अब पांच लोगों की गिरफ्तारी के बाद कमेटी टीम अन्य की संलिप्ता का पता लगाने में जुटी है।