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अपहरण की खबर से मच गया था हड़कंप बीएससी की छात्रा स्वाति का सादोपुर की झाल के समीप से कार सवार बदमाशों द्वारा अपहरण किए जाने की खबर से हड़कंप मच गया था। बताया गया कि घटना के समय छात्रा अपने भाई और बहन के साथ मॉर्निंग वॉक पर निकली थी। बदमाशों द्वारा अपहरण करने के दौरान भाई-बहन ने उसका पीछा भी किया था, लेकिन बदमाश स्वाति को लेकर फरार हो गए थे। इसके बाद गुस्साए ग्रामीणों ने जीटी रोड पर जाम लगा दिया था और बादलपुर कोतवाली परिसर में जाकर जमकर नारेबाजी भी की थी। एक दिन पहले ही स्विच ऑफ हो गया था छात्रा का मोबाइल इस घटना के बाद बैकफुट पर आई पुलिस ने 5 टीमें बनाकर जांच शुरू की तो कई तफ्तीश के दौरान मामले की हकीकत सामने आ गई और अपहरण का पूरा घटनाक्रम ही फर्जी साबित हुआ। दरअसल अपहरण की घटना सामने आने से एक दिन पहले ही छात्रा का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था और वह लापता हो गई थी। इसके बाद परिवार ने अपहरण की बात फैलाई थी।
पुलिस ने नहीं की युवक पर कोई कार्रवाई नोएडा सेंट्रल के डीसीपी हरीशचंद्र ने बताया कि पुलिस की तफ्तीश के दौरान मामले की जो हकीकत सामने उससे अपहरण का पूरा घटनाक्रम ही फर्जी साबित हुआ। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, छात्रा एक युवक के साथ लिव-इन में रह रही थी। मेडिकल जांच में छात्रा के गर्भवती होने की पुष्टि हुई है। छात्रा ने गर्भपात कराने के लिए यह झूठी कहानी रची थी। चार महीने की गर्भवती छात्रा ने उसी युवक के साथ अपहरण का नाटक रचा था। चूंकि युवक-युवती दोनों बालिग है व दोनों अपनी मर्जी से घर से गए थे इसलिए पुलिस ने युवक पर कोई कार्रवाई नहीं की है। युवती को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया है।