शराब पीने के बाद भूल गया दोस्ती, मामूली कहासुनी में युवक ने पालिका कर्मी पर किए ताबड़तोड़ वार
मीटिंग से नाराज हुए गांव के सवर्णबताया जा रहा है कि अनुसूचित जाति और जनजाति के घायलों का सिर्फ इतना कसूर था कि अपने समाज की मीटिंग कानपुर गांव में कर रहे थे, जहां पर भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी पहुंचे थे। बैठक में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें संविधान की जानकारी दी और 17 तारीख को होने वाले जनसभा के लिए लोगों की भीड़ जुटाने के लिए बात की। बैठक की खबर जब स्वर्ण लोगों के पास पहुंची नाराज हो गए और तमंचे, रॉड और धारदार हथियार के साथ दलित रामविलास के घर में घुसे और परिवार के सदस्यों पर हमला बोल दिया और फायरिंग की।
इस घटना के बाद कानपुर गांव में अनुसूचित जाति के लोगों के बीच दहशत का आलम है। तनाव के चलते गांव में पुलिस तैनात कर दी गई है। 10 अरोपी जिनमें विकास पुत्र भागीरय, राहुल पुत्र कलुआ, गौरव पुत्र शेरी, रचित पुत्र सुभाष, हेमन्त पुत्र कुम्मन व सन्दीप पुत्र कुम्मन और विपिन पुत्र रामकुमार, अमरीश पुत्र राजू व केके शर्मा पुत्र लखन और भूपेन्द्र पुत्र लाला एवं अन्य अजात लोग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।