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गुरू पूर्णिमा वाले दिन होने वाले चंद्रग्रहण के दौरान पाठ पूजा का अधिक महत्व होता है। इस दौरान जप, तप, दान, यज्ञ आदि करने चाहिए। 27 जुलाई को पूर्णिमा से पहले सूतक लग रहा है। ज्योतिषाचार्य की माने तो सूतक से पहले ही गुरु पूजा, दान, दक्षिणा व देवस्थानों में देवदर्शन नहीं करने चाहिए। देवी-देवताओं के दर्शन कर सकते है, लेकिन घर व मंदिर में श्रगवान की मूर्ति को स्पर्श करने से बचे। वहीं सूतक के दौरान बच्चों, वृद्ध, रोगी व असक्तजनों को छोड़कर अन्य किसी को भोजन नहीं करना चाहिए। पंडित श्रीगोपाल शर्मा ने बताया कि पूजा करने से सभी दुष्परिणाम समाप्त हो जाते है। चंद्रग्रहण के दौरान पूजा पाठ करें। इस दौरान के गाय के घी का दीपक जलाए। शुद्ध जल के पात्र में जल लेकर ऊं के मंत्र का जाप करें। चंद्रग्रहण के दौरान विष्णु भगवान को याद करने से शुभ फल मिलता है। बन रहा है महासंयोग पंडित श्रीगोपाल शर्मा ने बताया कि सालों बाद यह महासंयोग बन रहा है। करीब 150 साल बाद सदी का सबसे बड़ा चंद्रग्रहण दिखाई देगा। उन्होंने बताया कि यह कभी—कभार ही देखने को मिलता है। माना जा रहा है कि इस चंद्रग्रहण को बगैर टेलीस्कोप के भी देखा जा सकता है। अगर आप टेलीस्कोप से देखते है तो दुश्य काफी सुंदर दिखाई देगा।
इन राशिफल वालों के लिए शुभ होगा चंद्रग्रहण -पंडित श्रीगोपाल शर्मा ने बताया कि मेष, सिंह, कन्या, वृश्चिका मीन के लिए यह चंद्रग्रहण काफी फलदायक है। इन राशियों वालों पर श्रेष्ठ प्रभाव होगा।
-पंडित श्रीगपाल शर्मा ने बताया कि वृष, कर्क, धनु के राशि वालों के लिए यह समय मध्यम फल देगा है, जबकि मिथुन, तुला, मर्कर और कुंभ वालोंं के लिए यह चंद्रग्रहण अशुभ हो सकता है।
-पंडित श्रीगपाल शर्मा ने बताया कि वृष, कर्क, धनु के राशि वालों के लिए यह समय मध्यम फल देगा है, जबकि मिथुन, तुला, मर्कर और कुंभ वालोंं के लिए यह चंद्रग्रहण अशुभ हो सकता है।