देखें वीडियो: क्या कहा केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा ने हर कोई अपना खुद का आशियाना चाहता है और बिल्डर इसी का फायदा उठाते हैं। लोगों को सस्ते में उनके घर के सपने को पूरा करने का वादा करते हैं और बदले में घटिया क्वालिटी से बने घर बना-बना कर बेच रहे हैं। आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा में इस वक्त एक बेडरुम के फ्लैट की कीमत करीब 25 लाख रुपये है। लेकिन शाहबेरी में बिल्डर लोगों को 20 से 22 लाख में दे रहे हैं और लोग भी सस्ते के फेर में फंस कर यहां सुविधा नहीं होनो के बाद भी घर खरीद रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि इन अवैध निर्माण के खिलाफ कई बार प्राधिकरण में कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
ये भी पढ़ें : LIVE UPDATE: ग्रेटर नोएडा के शाहबेरी गांव में दो इमारते ढहीं, अब तक तीन शव बरामद आपको बता दें कि 2009 में नोएडा एक्सटेंशन ने इस गांव का अधिग्रहण किया था। लेकिन इसके विरोध में ग्रामीण कोर्ट पहुंच गए। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने गांव की जमीन का अधिग्रहण रद्द कर दिया था और इसी किसानों से जमीन लेकर पिछले काफी समय से अवैध रुप से बिल्डिंगें बनाई जा रही थी। इतना ही नहीं बाताया ये भी जा रहा है कि ये इमारते बिना नक्शा पास कराए ही बनाई जा रही थीं।