एटीएम उखाड़ कर ले जा रहे बदमाश और पुलिस के बीच हुई मुठभेड़, देखें वीडियो अक्षय तृतीया को देखते हुए मार्केट में ज्वैलर्स भी नए-नए डिजाइन की ज्वैलरी बेच रहे है। ज्वैलर्स की माने तो लोगों की डिमांड को
ध्यान में रखकर ज्वैलरी तैयारी की जाती है। मार्केट पर सोना खरीदते समय क्वालिटी का ध्यान भी रखना बेहद जरुरी है। जांच परखने के बाद ही सोना खरीदना चाहिए। कई बार लोग जूलर्स के चक्कर में आ जाते है। इसकी वजह से उन्हें नुकसान उठाना पड़ जाता है। मार्केट में मिलना वाला 24 कैरेट सोना ही असली सोना माना जाता है। लेकिन इसकी ज्वैलरी नहीं बनती है। 24 कैेरेट सोना बेहद मुलायम होने क वजह से ज्वैलरी बनाने के
काम नहीं आता है। ज्वैलरी बनाने के लिए 22 कैरेट का सोना यूज होता है। इसमें करीब 90 प्रतिशत सोना होता है। 22 कैरेट सोने पर 916, 21 कैरेट पर 875 और 18 पर 750 हॉलमार्क होता है। यह सोना शुद्ध माना जाता है।
मार्केट से सोना खरदने के दौरान हॉलमार्क का ध्यान रखना भी बेहद जरुरी है। यह सरकारी गांरटी होती और इसका निर्धारण ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (बीआईएस) एजेंसी करती है। हॉलमार्क से उसके शुद्धता के मापदंड तय किए जाते है। सोना-चांदी हॉलमार्क है तो वह शुद्धता का प्रमाण माना जाता है। विश्वसनीय दुकानों से ही ज्वैलरी खरीदना अच्छा रहता है। छोटे ज्वैलर्स से सोना खरीदने पर धोखा मिल सकता है। मार्केट में कई जगह जाकर गोल्ड के प्राइज पूछने के बाद ही खरीददारी करनी चाहिए। कई बार ज्वैलर कम कीमत बताकर लोगों को ठग लिया करते है।
ज्योतिषाचार्य पंकज शर्मा ने बताया कि 18 अप्रैल को अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का एक ही समय है। शाम 5.56 से रात 12.20 तक रहेगा।
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