Read this also: उन्नाव रेप पीड़िता की मौत पर आक्रोशित सपाइयों ने किया धरना प्रदर्शन, पुलिस व सरकार पर संरक्षण का आरोप मौसम विज्ञानियों की मानें तो राजस्थान के ऊपरी वायुमंडल में चक्रवातीय हवाओं का क्षेत्र और उत्तरी पाकिस्तान व जम्मू-कश्मीर के ऊपर पश्चिमी विक्षोभ पर दबाव बना हुआ है। यह वायुमंडलीय परिस्थितियां 10 दिसंबर से जम्मू-कश्मीर से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के ऊपरी हिस्से में बारिश की वजह बन सकती हैं। 13-14 दिसंबर तक इसका प्रभाव पूर्वी उत्तर प्रदेश पर भी पड़ेगा। यही सब प्रभाव इस वक्त मौसम पर दिख रहा है।
उधर, नम पुरवा हवाएं भी इसमें सहयोग कर रही है। आसमान में बादल होने की वजह से आर्द्रता काफी अधिक है। बादलों की वजह से धूप का प्रभाव कम होगा जिससे अधिकतम तापमान में भी कमी आएगी। बारिश के बाद ठंडी और शुष्क पछुआ हवाएं न्यूनतम तापमान को भी गिराने का काम करेंगी।
उधर, नम पुरवा हवाएं भी इसमें सहयोग कर रही है। आसमान में बादल होने की वजह से आर्द्रता काफी अधिक है। बादलों की वजह से धूप का प्रभाव कम होगा जिससे अधिकतम तापमान में भी कमी आएगी। बारिश के बाद ठंडी और शुष्क पछुआ हवाएं न्यूनतम तापमान को भी गिराने का काम करेंगी।