गोरखपुर. तिवारीपुर क्षेत्र के इलाहीबाग़ मोहल्ले के लाला टोला में गणेश प्रतिमा रखने को लेकर रविवार को बवाल हो गया। इसी बीच कुछ मनबढों ने पत्थर पथराव कर दी जिससे विवाद और बढ़ गया। शाम को हुई इस घटना को काबू में करने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया। पुलिस ने दोनों पक्षों के तीस लोगों को निषेधाज्ञा उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार किया है। क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। डीएम और एसएसपी ने क्षेत्र का दौरा करके बवालियों के साथ सख्ती से पेश आने के निर्देश दिए। डीएम ने लॉ एंड ऑर्डर के साथ किसी प्रकार का समझौता न करने का सख्त निर्देश दिया है। बता दें कि दो साल पूर्व लाला टोला निवासी रामनाथ साहनी के बेटे लकी की तबीयत बिगड़ गई थी। दवा के साथ- साथ उसने दुआ करते हुए मन्नत मांगी कि बेटे की तबियत ठीक होने पर पांच साल तक गणेश प्रतिमा स्थापित करेंगे। पिछले साल उसने प्रतिमा स्थापित की थी। इस साल भी अपने मकान में बने दुकान के भीतर प्रतिमा लगाने की तैयारी में था। मोहल्ले के कुछ लोगों ने उसे चंदा देकर प्रतिमा की साइज बढ़ाने को कहा तो इस बात की जानकारी होने पर दूसरे पक्ष ने आपत्ति जताई। शनिवार को मामले की शिकायत पुलिस से करते हुए हस्तक्षेप करने की मांग की। धीरे-धीरे यह मामला राजनीतिक रंग लेने लगा। रविवार की दोपहर दोनों पक्षों के बीच पंचायत बुलाई गई। शाम तक पुराने तौर तरीके से पूजा-पाठ करने का फैसला लिया गया। लेकिन अंधेरा होते-होते मामला बिगड़ गया। पुलिस ने मौके पर पहुंची तो मोहल्ले के कुछ लोगों ने पुलिस पर ही पथराव कर दिया। मामला बिगाड़ता देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। आसपास के थानों की फोर्स बुला ली गई। सबको पुलिस ने घरों में कैद कर दिया। विवाद बढ़ाने के आरोप में पुलिस ने पार्षद सौरभ विश्वकर्मा, शहाबुद्दीन सहित तीस लोगों को हिरासत में ले लिया है। उधर प्रशासन की जांच में सामने आया कि रामनाथ के घर के सामने एक विवादित भूमि है। मोहल्ले की एक महिला उसको अपना बताकर कब्जा करना चाहती है। दूसरा पक्ष उसको सरकारी भूमि बताता है। इसको लेकर दोनों पक्षों में काफी दिनों से विवाद चल रहा है। महिला ने विवादित भूमि पर दीवार चलाने की कोशिश की थी जिसे पुलिस ने रोक दिया था। मोहल्ले के लोगों का कहना है कि भूमि विवाद के पुराने मामले को लेकर गणेश प्रतिमा को तूल दे दिया गया।