पूर्व मंत्री के पुत्र पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी ने नाराजगी जताते हुए इसे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से की गई कार्रवाई बताया है। उन्होंने कहा कि कानून के दायरे में रहकर इसका जवाब दिया जाएगा। समय आने पर चिल्लूपार और देश-प्रदेश की जनता भी इसका जवाब देगी। उधर, चिल्लूपार से भाजपा विधायक राजेश त्रिपाठी ने पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी पर ओछी राजनीति करने का आरोप लगाया।
5 अगस्त को लगनी थी प्रतिमा
बता दें कि टांड़ा गांव में ग्राम पंचायत निधि के जरिए नवीन परती की भूमि पर पूर्व मंत्री की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय प्रस्ताव पारित करके लिया गया। इसके लिए एक पत्रक भी एसडीएम गोला को सौंपा गया था, लेकिन तहसील प्रशासन की ओर से लिखित अनुमति नहीं मिली। अनुमति न मिलने के बाद भी ग्राम पंचायत की जमीन पर चबूतरा का निर्माण शुरू करा दिया गया। पूर्व मंत्री की जयंती पर 5 अगस्त को प्रतिमा स्थापना की तैयारी थी।
वसिष्ठ त्रिपाठी ने प्रतिमा लगाने पर जताई , कारवाई की मांग
इस मामले में बीते 21 जुलाई को गांव के ही डॉ. राजा वशिष्ठ त्रिपाठी ने एसडीएम गोला को एक पत्र देकर सार्वजनिक भूमि पर प्रतिमा लगाने पर आपत्ति जताते हुए कार्रवाई की मांग की। उन्होंने पत्र की कापी मुख्य सचिव, कमिश्नर और डीएम, एसएसपी, सीओ गोला के साथ प्रभारी निरीक्षक बड़हलगंज को भी भेजी।बुधवार को चबूतरा का निर्माण अंतिम चरण में था तभी पुलिस ने बिना अनुमति के काम न कराने को कहा। इसके बाद एडीएम गोला, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी बुलडोजर लेकर मौके पर पहुंच गए। मौके पर उपस्थित लोगों ने विरोध किया लेकिन प्रशासन ने इसे अवैध करार देते हुए निर्माणा को ध्वस्त करा दिया।
ग्राम प्रधान बोले, मिली थी मौखिक अनुमति
इस संबंध में ग्राम प्रधान दयाशंकर तिवारी का कहना है कि ग्राम पंचायत ने नवीन परती भूमि पर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया था।गांव के लोगों की ओर से एसडीएम को पत्र भी दिया गया था। एसडीएम ने मौखिक अनुमति प्रदान कर दी थी। इसलिए निर्माण कार्य कराया जा रहा था।
SDM बोले, जांच में सही मिली थी शिकायत
एसडीएम गोला राजू कुमार का कहना है कि शासनादेश में स्पष्ट निर्देश है कि ग्राम पंचायत की भूमि में कोई मूर्ति स्थापित करने के लिए अनुमति ली जानी चाहिए। लेकिन इस संबंध में कोई अनुमति नहीं दी गई थी। इसकी शिकायत प्राप्त हुई थी। जब जांच कराई तो मामला सही पाया गया। इसके बाद कार्रवाई की गई।
पूर्व बाहुबली मंत्री के बेटे ने जताई नाराजगी
पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे और पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी ने कहा कि यह राजनीतिक अराजकता की पराकाष्ठा है। सहयोगी और समर्थक धैर्य बनाए रखें। कानून व्यवस्था की परिधि और मर्यादा में रहकर इसका जवाब दिया जाएगा। समय आने पर इसका निर्णय चिल्लूपार की जनता के साथ ही देश और प्रदेश की जनता भी करेगी।
बीजेपी विधायक कहे , पट्टीदारों के बीच का मामला
वहीं चिल्लूपार सीट से बीजेपी विधायक राजेश त्रिपाठी ने कहा कि यह मामला पूर्व विधायक के पट्टीदार और समर्थक के बीच का है। अपने राजनैतिक वजूद को खत्म होते देखकर पूर्व विधायक अपने पिता की प्रतिमा का सहारा लेकर इस प्रकरण को मुझसे और सरकार से जोड़कर ओछी राजनीति पर उतर आए हैं।