गोरखपुर. कोरोना वैक्सीन भले आ गई हो और वैक्सीनेशन भी शुरू हो चुका है पर अब भी कोरोना संक्रमण का खतरा टला नहीं है। दुनिया के कई देशों में कोरोना का नया स्ट्रेन बेकाबू हो रहा है। हालांकि अभी भारत में इसका बइुत असर तो न हीं है, फिर भी इसको देखते हुए देश भर में सरकारें सतर्क हैं और इससे बचाव के कारगर उपाय किये जा रहे हैं। इस सिलसिले में रेलवे ने फैसला किया है कि अब स्टेशन पर आने वाले यात्रियों का बैग सेनेटाइज किया जाएगा। बैग को सेनेटाइज करने के लिये यात्रियों से 10 रुपये लिये जाएंगे। सेनेटाइजेशन के साथ बैग की पैकिंग की सुविधा भी है, पर यात्री की मर्जी पर है कि वह यह सेवा ले या नहीं। बैग पैकिंग के लिये यात्रियों को 40 रुपये अदा करने पड़ेंगे।
पूर्वोत्तर रेलवे ने अब तक 25 रेलवे स्टेशनों पर बैग पैकिंग की मशीनें लगा दी हैं। लखनऊ और गोरखपुर जंक्शन पर भी बैग सेनेटाइजेशन की व्यवस्था की शुरआत कर दी गई है। गोरखपुर रेलवे स्टेशन के मुख्य द्वार पर सोमवार को मशीनें लगा दी गई, जिसका उद्घाटन स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता ने किया। उन्होंने बताया कि 25 स्टेशनों पर ये मशीनें लगा दी गई हैं और इसके संचालन की जिम्मेदारी निजी हाथों में सौंपी गई है।
बताते चलें कि रेलवे स्टेशनों पर हैंड सेनेटाइजर और बाॅडी टेंपरेचर बताने वाली सेंसरयुक्त मशीनें पहले से लगी हुई हैं। पर इन मशीनों के इस्तेमाल के लिये यात्रियों से किसी तरह का कोई चार्ज नहीं वसूला जाता। कोरोना संक्रमण काल के बीच लाॅक डाउन बीत जाने के बाद रेलवे ने रेल यातायात क पटरी पर लाने के लिये कोविड स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। सफर करने के लिये यात्रियों को ट्रेनों में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करना जरूरी है।