मनीष ने हरियाणा पुलिस को बताया है कि वह लॉरेंस बिश्नोई के चाचा के संपर्क में था। उनके कहने पर पिस्टल पहुंचाता था। मनीष से मिली जानकारी के बाद हरियाणा पुलिस अब उन लोगों की तलाश कर रही है, जिन्होंने उससे पिस्टल खरीदी थी। इससे पहले असलहा सप्लाई करने में गोरखपुर सिंघड़िया निवासी शशांक पांडेय जो पश्चिमी चंपारण जिले का रहने वाला है, उसका नाम भी लॉरेंस बिश्नोई से जुड़ चुका है। शशांक ने ही मनीष का संपर्क उस गैंग से कराया था।
मनीष ने पुलिस को यह भी बताया कि पहले वह मुंगेर से पिस्टल खरीदता था। वर्तमान में इंदौर से खरीद कर रहा था। अभी तक पुलिस को बिहार से ही अवैध असलहे की तस्करी की जानकारी थी। मनीष ने बताया कि 25 से 30 हजार में पिस्टल खरीदने के बाद उसे 75 हजार से एक लाख रुपये तक में बेचता है।
पुलिस और एसटीएफ कई महीनों से मनीष यादव को गिरफ्तार करने के लिए जाल बिछाकर बैठी थी, लेकिन वह जगह-जगह बदल कर रहा था, इसलिए पुलिस उसके पास नहीं पहुंचा पा रही थी। मनीष ने फरारी के दौरान अधिक समय बिहार के अलग-अलग जिलों में बिताया। इस बीच घर के मोह में वह बरगदवां स्थित अपने घर पहुंचा। जहां गोरखपुर और अंबाला की एसटीएफ ने उसे दबोच लिया। अभिनेता सलमान के घर हुई फायरिंग में जो पिस्टल इस्तेमाल की गई है, उसमें भी मनीष का ही नाम आ रहा है।
सलमान के घर 14 अप्रैल को हुई थी फायरिंग
सलमान के मुंबई के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के सामने 14 अप्रैल की सुबह पांच बजे फायरिंग की गई थी। दो आरोपी बाइक पर सवार होकर आए और पांच राउंड फायर किए। दोनों शूटर बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के रहने वाले हैं। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन पिस्टल जिससे वह फायरिंग किए थे, बरामद नहीं हो पाई।फिलहाल लारेंस गैंग का गोरखपुर में ठिकाना बनाना भविष्य में कानून व्यवस्था पर संकट खड़ा कर सकता है।
सलमान के मुंबई के बांद्रा स्थित गैलेक्सी अपार्टमेंट के सामने 14 अप्रैल की सुबह पांच बजे फायरिंग की गई थी। दो आरोपी बाइक पर सवार होकर आए और पांच राउंड फायर किए। दोनों शूटर बिहार के पश्चिमी चंपारण जिले के रहने वाले हैं। पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार तो कर लिया, लेकिन पिस्टल जिससे वह फायरिंग किए थे, बरामद नहीं हो पाई।फिलहाल लारेंस गैंग का गोरखपुर में ठिकाना बनाना भविष्य में कानून व्यवस्था पर संकट खड़ा कर सकता है।