यह भी पढ़े – खराब बिजली मीटर के बहाने औसत वसूली करने पर लगाम कसेगी सरकार पेंशनरों के खिलाफ मिल रही शिकायतें बता दें कि पिछले काफी समय से लगातार पेंशनरों के खिलाफ शिकायतें मिल रही हैं। इन्हीं शिकायतों पर ग्रामीण वितरण खंड प्रथम (पेंशन खंड) के अधिशासी अभियंता ने पेंशनरों के परिसर व बिजली बिलों की जांच कराने का फैसला लिया है। ये जांच उन पेंशनरों के लिए भी होगी जिन्होंने एसी की घोषणा की। उनके बिजली बिलों में 650 रुपये अप्रैल से सितम्बर तक बिजली बिल में चार्ज होता है। इसके लिए पेंशन खंड द्वारा गठित कमेटी के सदस्य रविवार से पेंशनरों के परिसरों की जांच करेंगे।
यह भी पढ़े – ITI पास के लिए बिजली विभाग ने खोला नौकरी का पिटारा, जल्दी करें आवदेन टीम की रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई गौरतलब है कि खण्ड में करीब 3200 पेंशनर है। कमेंटी के सदस्य सभी के घर जाकर परिसर में लगे कनेक्शन, एसी की संख्या और विभागीय संयोजन के गलत इस्तेमाल किए जाने की भी जानकारी जुटाएंगे। वहीं जांच तीन बिंदुओं पर आधारित होगी जिसके अंर्तगत एक से अधिक परिसर पर विभागीय संयोजन का इस्तेमाल, बिजली बिल जमा की अद्यतन स्थिति और पेंशनरों के परिसरों में लगे एसी की संख्या होगी। ये जांच 31 अक्टूबर तक पूरी हो जाएगी। टीम की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई होगी।