गोरखपुर

गोरखपुर में ‘मुस्लिमों नाम वाले वार्डों के नाम में बदलाव, महापुरुषों की याद दिलाएगा हर एक मोहल्ला

उत्तर प्रदेश में नाम बदलने का चलन इस समय तेजी से चल रहा है। पहले इलाहाबाद को प्रयागराज, फिर फ़ैज़ाबाद को अयोध्या बदलकर एक बड़ा मेसेज पूरे देश भर में दिया गया। जिसमें सनातन संस्कृति और धर्म की बात कही गई। वहीं अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद गोरखपुर में वार्डो के नाम में भी बदलाव कर दिया गया है। जिसमें गोरखपुर नगर निगम ने परिसीमन आदेश में लगभग एक दर्जन वार्ड में इस्लामिक अथवा उर्दू उच्चारण वाले नामों को बदल दिया है। जिसमें अब महाराणा प्रताप, पंडित मदन मोहन मालवीय, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद अशफाकउल्ला खान के नाम पर नया नामकरण किया गया है।

गोरखपुरSep 04, 2022 / 08:16 pm

Dinesh Mishra

CM Yogi

इस मामले पर समाजवादी पार्टी और कांग्रेस के क्षेत्रीय नेताओं ने आपत्ति जताई है। गोरखपुर नगर निगम की ओर से कहा गया है कि, ‘नाम बदलना परिसीमन का हिस्सा था, जिसके तहत गोरखपुर में वार्ड की कुल संख्या 80 हो गई है। जिनमें से कई का नाम प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर रखा गया, जिन्होने हमारे देश का मान बढ़ाया है, जो देश की आज़ादी में शरीक हुए। ऐसे महापुरुषों के नाम पर नाम करण किया गया है।
आपको बताते चलें कि, इसे लेकर गोरखपुर नगर निगम ने सप्ताह के भीतर आपत्तियां आमंत्रित मांगी हैं, जिनके आने के बाद अग्रिम फैसला होगा। गोरखपुर में कुल 24 वार्ड के नाम महान लोगों के नामकरण हुए हैं। पहले 70 वार्ड थे, जो अब 80 हो गए हैं। 2011 की जनगणना के अनुसार एक वार्ड की आबादी लगभग 11 हज़ार है।
सिख और सिंधी समुदाय को भी सम्मान
गोरखपुर में हिंदुओं के अलावा सिख और सिंधी समुदाय से जुड़े महापुरुषों का सम्मान भी किया गया है। जिसमें महाराणा प्रताप, पंडित मदन मोहन मालवीय, डॉ. राजेंद्र प्रसाद, पंडित रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद अशफाकउल्ला खान और मातृभूमि के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाली महान हस्तियों के नामों से कई वार्ड जाने जाएंगे. मोहद्दीपुर का नाम सरदार भगत सिंह के नाम पर रखा गया है, क्योंकि इस वार्ड में सिख समुदाय की भी काफी जनसंख्या है.
सिंधी स्वामी झूलेलाल के नाम पर भी एक वार्ड का नाम
सिंधी समुदाय के स्वामी झूलेलाल के नाम पर भी एक वार्ड का नाम रखा गया है। नौसढ़ में निषाद समुदाय की एक बड़ी आबादी है, इसलिए इसका नाम मत्स्येंद्र नगर रखा गया है। कई वार्ड का नाम बाबा गंभीरनाथ, फिराक गोरखपुरी, महात्मा ज्योतिबा फुले, बंधु सिंह, संत झूलेलाल नगर और अन्य विश्व प्रसिद्ध लोगों के नाम पर रखा गया है।
गोरखपुर में इनका भी नाम बदला
गोरखपुर वार्डों के बदलाव में मिया बाजार, मुफ्ती पुर, अलीनगर, तुर्कमानपुर, इस्माइलपुर, रसूलपुर, हुमायूंपुर उत्तरी, घोसीपुरवा, दाउदपुर, जाफरा बाजार, काजीपुर खुर्द, चक्सा हुसैन जैसे मुस्लिम नाम वाले वार्ड नामों को बदल दिया गया है। खासतौर पर अब इलाहीबाग को बंधु सिंह नगर, इस्माइलपुर को साहबगंज और जाफरा बाजार को आत्माराम नगर के नाम से जाना जाएगा।
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हमारे महापुरुषों के नाम गर्व की भावना पैदा करते हैं
गोरखपुर महापौर सीताराम जायसवाल ने कहा कि, देश में हमारे महापुरुषों के नाम लेने से गर्व की भावना आती है। महापौर ने कहा कि, शहीद अशफाकउल्लाह खान, शिव सिंह छेत्री हमारे लिए सम्मान के प्रतीक हैं, बाबा गंभीर नाथ, बाबा राघवदास, डॉ राजेंद्र प्रसाद, मदन मोहन मालवीय ने हमें संस्कृति और आध्यात्मिकता की विरासत दी और वार्ड का नाम ऐसे लोगों के नाम पर रखा गया है।
सपा और कांग्रेस ने जताया ऐतराज
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि वार्ड के परिसीमन की अधिसूचना जारी कर दी गई है और आपत्तियों के निस्तारण के बाद परिसीमन को मंजूरी दी जाएगी। समाजवादी पार्टी के नेता और इस्माइलपुर क्षेत्र के नगरसेवक शहाब अंसारी ने कहा कि, हमारी पार्टी इस मामले पर समूहिक बैठक करेगी, सोमवार को एक प्रतिनिधिमंडल जिलाधिकारी से मुलाकात कर नाम बदलने पर आपत्ति देगा। कांग्रेस नेता तलत अजीज ने नाम बदलने की कवायद को पैसे की बर्बादी करार दिया, उन्होंने कहा कि ‘‘मैं यह समझने में विफल हूं कि सरकार इस अभ्यास के माध्यम से क्या हासिल करेगी।

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