दरअसल, SSP को सोमवार को एक गोपनीय सूचना मिली थी कि इस कंपनी द्वारा फर्जी रूप से लोगो से मेडिकल के नाम पर पैसा लेकर, पासपोर्ट जमा कराकर विदेश भेजने का काम किया जाता है। साथ ही गैर कानूनी रूप से इंटरवयू लेकर पासपोर्ट भी जमा करा लिया जाता है। विदेश भेजने के बाद जिस पद पर कहा जाता है उस पद पर जॉब नही मिलती है।
जिसके बाद SSP ने कार्यवाही कि जिम्मेदारी SP सिटी को दी। SP सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई के निर्देश पर ASP आलोक भाटी, SOG टीम और गोलघर चौकी की पुलिस, कंपनी के दफ्तर पहुंची और जांच पड़ताल की।छापे के दौरान वंहा हड़कंप मच गया। मेडिकल करने वाले भाग गए। अन्य विदेश भेजने वाली कंपनियों के लोग ताला बंद कर इधर उधर चले गए। पुलिस के जाने के बाद फिर सारा काम शुरू हुआ।
सिंघड़िया पर विदेश भेजने वाली सिर्फ एक कम्पनी ग्लोबल खुली थी। उसकी कमाई देखकर पिछले 10 साल में 12 से अधिक कंपनियां 500 मीटर की दूरी में खुल गई। सभी कंपनियां ट्रेनिग कराकर, इंटरवयू लेकर मेडिकल कराकर विदेश भेजती है। कई बार यहां फर्जीवाड़ा भी हो चुका है। एक बार तो एक कंपनी में लूट की भी घटना हो चुकी है। जिसमे कंपनी के कुछ लोगों का हाथ सामने आया था।
ग्लोबल कंपनी का मालिक झंगहा के अमहिया निवासी अरविंद और अरुण दोनो भाई थे। 6 साल पहले गैर कानूनी रूप से ईरान की एक कंपनी के लिए इंटरवयू लेने के मामले में STF ने गिरफ्तार कर जेल भेजा था। 3 महीने बाद दोनों भाई जमानत पर बाहर आये थे। उसके बाद दोनों भाई वही पर अलग-अलग कंपनी खोल लिए।
आज जहां छापा पड़ा है वह न्यू ग्लोबल कंपनी अरविंद चलाता है। तो ग्लोबल कंपनी अरुण चलाता है। दोनो भाई करीब 10 साल पहले एक हत्या के मामले में भी 6 महीना जेल रह चुका है। दोनो का इसी कमाई से आलीशान मकान है।
इस कार्यवाही से स्थानीय इंजियरिंग कालेज चौकी पुलिस को दूर रखा गया था। पूरी कार्यवाही खत्म होने के बाद भी वहां की पुलिस को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं थी। चर्चा है कि चौकी पुलिस एक कंपनी से करीब 5 हजार महीना लेती है। इस नाते ही बाहर की पुलिस कार्यवाही की। वही सूचना देने वाले के बारे में भी पुलिस कुछ नही बोल रही है। जबकि, मौके पर चर्चा है कि कैंपियरगंज के एक जनप्रतिनिधि जो सत्ताधारी दल से हैं, उन्होंने अधिकारियों से शिकायत की थी।
SSP डॉ गौरव ग्रोवर ने बताया कि विदेश भेजने के नाम पर फर्जीवाड़े की सूचना मिली थी। मामले की जांच कराई जा रही है। जांच में गलत पाए जाने पर सख्त कानूनी कार्यवाही की जायेगी।