गोरखपुर

हिन्दू मुस्लिम एकता कमेटी ने नागरिकता संशोधन बिल को बताया काला कानून

Citizen amendment bill 2019जामिया व एएमयू के छात्रों पर अत्याचार बंद करने की मांग

गोरखपुरDec 17, 2019 / 02:48 am

धीरेन्द्र विक्रमादित्य

हिन्दू मुस्लिम एकता कमेटी ने नागरिकता संशोधन बिल को बताया काला कानून

हिन्दू मुस्लिम एकता कमेटी के लोगों ने सोमवार को नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में मंडलायुक्त कार्यालय पर प्रदर्शन किया। नागरिकता संशोधन कानून को काला कानून बताते हुए नारेबाजी की। नागरिकता संशोधन कानून वापस लेने की मांग की। राष्ट्रपति को संबोधित मांग पत्र अपर आयुक्त (प्रशासन) गोरखपुर मंडल अजय कांत सैनी को सौंपा गया। जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों पर पुलिस के अत्याचार को रोकने की भी मांग की गई।
Read this also: सरेराह युवती के फाड़े कपड़े, अर्धनग्न अवस्था में दुकान में जाकर बचाई इज्जत

विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कमेटी के संरक्षक शाकिर अली सलमानी ने कहा संविधान के अनुसार प्रत्येक नागरिक को धर्म, जाति से ऊपर उठकर नागरिकता दी जानी चाहिए। वसुदेव कुटुम्बकम् वाले भारत में सबका सम्मान होना चाहिए। मुस्लिम शरणार्थियों को भी नागरिकता मिलनी चाहिए। नागरिकता संशोधन बिल संविधान के अनुच्छेद 14 के खिलाफ है, लिहाजा इसे वापस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी व अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में छात्रों पर पुलिस द्वारा की गई जुल्म व ज्यादतियों का हम विरोध करते हैं। छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई गैर जिम्मेदाराना है। छात्रों पर किए जा रहे पुलिसिया जुल्म को तुरंत रोका जाए। हिरासत में लिए गए छात्रों को रिहा किया जाए। घायल छात्रों का बेहतर इलाज करवाया जाए।
Read this also: जामिया-एएमयू के समर्थन में उतरे छात्र, दिल्ली पुलिस मुर्दाबाद का लगाया नारा

शहर काजी मुफ्ती वलीउल्लाह ने कहा कि भारत धर्मनिरपेक्ष देश है। यहां पर सबको मजहबी आजादी मिली हुई है, इसलिए नागिरकता संशोध बिल में मुसलमानों को भी शामिल किया जाए।
कमेटी के जिला महासचिव विजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि भारत गांधी जी व स्वामी विवेकानंद के वसूलों पर चलने वाला देश है। हम इस कानून का विरोध करते हैं। मुस्लिम शरणार्थियों को भी नागरिकता मिलनी चाहिए। नागरिकता धर्म के नाम पर नहीं संविधान के अनुसार मिलनी चाहिए।
विरोध प्रदर्शन में मौलाना जहांगीर अहमद अजीजी, मौलाना अब्दुल खालिक चिश्ती, हाफिज जमील सलमानी, सैयद इरशाद अहमद, शमशाद खान भोला, राकेश चंद्र, डॉ. सेराज सलमानी, शाक्ति पासवान, वकील शाही, रईस अहमद, मुमताज अंसारी, यासिर अली, गौतम लाल श्रीवास्तव, मकसूद आलम, अनीस अहमद, अयोध्या साहनी, कैस अख्तर सलमानी, रज्जाक आसामी, अदनान खान, अनस खान, गोपाल पाठक, विवेक चैहान, इमरान खान आदि मौजूद रहे।
Read this also: गोरखपुर की मुस्लिम महिलाओं ने कहा मुल्क बचाओ, कैब व एनआरसी हटाओ

Hindi News / Gorakhpur / हिन्दू मुस्लिम एकता कमेटी ने नागरिकता संशोधन बिल को बताया काला कानून

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.