महिलाओं को बनाता था अपना शिकार
अजय ने बताया कि मुझे महिलाओं को तड़पता हुआ देखना अच्छा लगता है। उसने बताया कि उसकी पहली प्रेमिका ने उस पर दुष्कर्म का केस दर्ज करवाया जिसके बाद वह छह माह तक जेल में बंद रहा। जेल से छूटने के बाद वह चोरी करने के दौरान उसने महिला के सिर पर हमला किया। उसे महिला को तड़पता देख बहुत अच्छा लगा। वहीं अजय हर घटना के बाद सूरत निकल जाता था। इसके बाद उसने कई महिलाओं को अपना शिकार बनाया। घटना को अंजाम देने के बाद वह सूरत निकल जाता था। वहां वह पेंट पॉलिश का काम करता था। 30 जुलाई को दिया पहली घटना को अंजाम
30 जुलाई को उसने पहली घटना को अंजाम दिया था। जुलाई और अगस्त माह में तीन घटनाओं को अंजाम देने के बाद तीन माह तक सूरत में ही था। नवंबर में त्योहार के समय वह घर आया तो दो और घटनाओं को अंजाम दिया। आखिरी घटना 13 नवंबर की रात हुई, जब अजय ने अपने ही गांव राजधानी मंगलपुर में शांति सिंह के चेहरे पर हमला कर दिया। शांति सिंह के सिर पर 12 टांके लगे थे। इस घटना में सीसीटीवी कैमरे में अजय का चेहरा साफ-साफ दिख गया। इसके बाद पुलिस ने 50 नंबरों की सीडीआर और 150 सीसीटीवी कैमरे खंगाले। तीन घटनाओं में अजय की लोकेशन घटनास्थल पर मिली।
पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार
गोरखपुर की झंगहा पुलिस ने रविवार को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। एसएसपी ने बताया कि इसके लिए एसपी उत्तरी जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव और सीओ अनुराग सिंह के नेतृत्व में टीमें लगाई गई थी। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वर्ष 2022 में आरोपी पर महिला मित्र ने दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था, जिसमें वह जेल गया था।