आरोप है कि इस दौरान डॉक्टर के कर्मचारियों ने सिपाही की जमकर पिटाई की थी।मामला पुलिस के पास भी पहुंचा था लेकिन, पुलिस ने इस मामले में समझौता करा दिया था। जिससे नाराज होकर दूसरे दिन शुक्रवार को सिपाही खुद हतौड़ा लेकर डॉक्टर के अस्पताल पहुंचा और उनपर हमला कर दिया।
SSP ने दिए जांच के आदेश
सूचना पाते ही SSP डॉ. गौरव ग्रोवर खुद पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। SSP ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति न हो।
पत्नी की इलाज में एक साल से परेशान है सिपाही
पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी सिपाही पंकज चौधरी संतकबीरनगर जिले के मांझरिया गंगा गांव का रहने वाला है। वह अभी बलिया पुलिस लाइन में तैनात था, लेकिन एक साल से गैर हाजिर रहने की वजह से उसे सस्पेंड कर दिया गया था। वहीं, बताया जा रहा है कि सिपाही पंकज चौधरी की पत्नी काफी दिनों से बीमार हैं। वह पत्नी के इलाज की वजह से ही गैर हाजिर चल रहा था।
पत्नी का अल्ट्रासाउंड अपने यहां कराने पर अड़ा था डॉक्टर
जानकारी के मुताबिक गुरुवार को पंकज अपनी पत्नी को दिखाने के लिए गैस्ट्रो लीवर अस्पताल पहुंचा था। आरोप है कि यहां अल्ट्रासाउंड कराने को लेकर उसकी डॉक्टर अनुज से बहस हो गई। सिपाही का कहना था कि वह अपनी पत्नी का अल्ट्रासाउंड संतकबीरनगर में कराएगा, जहां उसका कम पैसा लगेगा। लेकिन, डॉक्टर अनुज सरकारी इसी बात पर भड़क गए और दोनों में बहस शुरू हो गई।बहस बढ़ने पर पंकज की डॉक्टर के साथ मारपीट हो गयी थी और उन्हें धक्का देकर कुर्सी से गिरा दिया। मामले की जानकारी होने पर अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों और कर्मचारियों ने सिपाही की पिटाई कर दी और उसे काबू में किया। इसी बीच पंकज का सिर भी फट गया था। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने उसे हिरासत में लिया, लेकिन गलती मानने और माफी मांगने पर उसे छोड दिया गया। इसके बाद पंकज अपनी पत्नी के साथ घर लौट गया था।
शुक्रवार को डॉक्टर के केबिन में घुसकर सिपाही ने फोड़ा सिर
इसके बाद शुक्रवार को पंकज दोबारा सुबह 11 बजे पंकज बस से छात्रसंघ चौराहे पर उतरा। उसके हाथ में एक झोला था जिसमे हथौड़ा छिपा रखा था। अस्पताल पहुंचने से पहले पंकज ने डायल 112 पर फोन कर पुलिस को सूचित किया कि गुरुवार को अस्पताल के कर्मचारियों ने उसकी पिटाई की थी, जिससे उसका सिर फट गया था। सूचना पर PRV की टीम मौके पर पहुंची और पंकज की चोट को देखा।पंकज पुलिसकर्मियों के साथ अस्पताल के अंदर गया और डॉक्टर अनुज सरकारी के केबिन में घुसते ही झोले में से हथौड़ा निकालकर डॉक्टर पर हमला कर दिया। अचानक हुए इस हमले से डॉक्टर अनुज गंभीर रूप से घायल हो गए। PRV के सिपाहियों ने तुरंत पंकज को काबू में कर लिया और हथौड़ा छीन लिया। घटना की सूचना पर कैंट थाना पुलिस और SSP डॉ. गौरव ग्रोवर मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण किया और डॉक्टर अनुज सरकारी और उनके परिजनों से बात की। डॉक्टर अनुज का इलाज उनके बड़े भाई के दाउदपुर स्थित अस्पताल में चल रहा है।
सिपाही के खिलाफ केस दर्ज
पुलिस ने पंकज चौधरी को हिरासत में ले लिया है और उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस का कहना है कि डॉक्टर अनुज सरकारी की तहरीर पर आरोपी सिपाही के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है।