Read this also: डेढ़ सौ साल बाद भी पटाखा की आवाज पर चलती है ट्रेन देवरिया जिला मुख्यालय सीसी रोड पर चंद्रकला देवी केडिया के नाम से माॅडल शाप है। इस दूकान पर गुरुवार की देर शाम को एक युवक पहुंचा और खुद को आबकारी इंस्पेक्टर बताते हुए कागजात मांगने लगा। बताया जा रहा है कि कथित अधिकारी ने दूकान के रजिस्टर का मुआयना किया और रिपोर्ट भी लिखा। इसके बाद उसने दूकान के सेल्समैन से पांच हजार रुपये की मांग की। उसने इसकी जानकारी अपने मैनेजर को दी।
मैनेजर ने पैसे देने की बजाय जिला आबकारी अधिकारी से इस बाबत पूछ लिया। यह जानकारी होते ही जिला आबकारी अधिकारी ने मौके पर आबकारी निरीक्षक अमरेंद्र सिंह को भेजा।
आबकारी टीम ने कथित जांच अधिकारी को पकड़ा। पूछताछ में उस पर संदेह हुआ। फिर आबकारी टीम ने कथित अधिकारी को पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस की पूछताछ में पकड़ा गया कथित आबकारी इंस्पेक्टर ने अपना नाम रितेश शाही बताया है। वह गोरखपुर के बड़हलगंज का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि वह मत्स्य विभाग में कर्मचारी है।
उधर, आबकारी निरीक्षक अमरेंद्र सिंह ने युवक के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने, नकली अधिकारी बन वसूली करने संबंधी तहरीर देकर केस दर्ज करने की सिफारिश की है।
मैनेजर ने पैसे देने की बजाय जिला आबकारी अधिकारी से इस बाबत पूछ लिया। यह जानकारी होते ही जिला आबकारी अधिकारी ने मौके पर आबकारी निरीक्षक अमरेंद्र सिंह को भेजा।
आबकारी टीम ने कथित जांच अधिकारी को पकड़ा। पूछताछ में उस पर संदेह हुआ। फिर आबकारी टीम ने कथित अधिकारी को पुलिस को सौंप दिया।
पुलिस की पूछताछ में पकड़ा गया कथित आबकारी इंस्पेक्टर ने अपना नाम रितेश शाही बताया है। वह गोरखपुर के बड़हलगंज का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि वह मत्स्य विभाग में कर्मचारी है।
उधर, आबकारी निरीक्षक अमरेंद्र सिंह ने युवक के खिलाफ फर्जीवाड़ा करने, नकली अधिकारी बन वसूली करने संबंधी तहरीर देकर केस दर्ज करने की सिफारिश की है।