ये भी पढ़ें- अखिलेश यादव ने निभाया वादा, दी ज्योति को एक लाख रुपए की मदद नजरों के सामने आसमान से गिरने लगे चमगादड़- लोगों की मानें, तो आम के बगीचे में दूर से ही कुछ काले रंग की चीज बिखरी हुई नजर आई, पास जाकर देखा तो कई चमगादड़ बगीचे में बिखरे हुए पड़े थे, तो कई आसमान से नीचे गिर रहे थे और तड़प रहे थे। इसके अतिरिक्त पड़ोस के गोला इलाके के गोपलापुर भी में चमगादड़ मृत पाए गए। यूकेलिप्टस के पेड़ों पर रह रहे करीब 250 चमगादड़ मरे मिले। हालांकि वहां पर बीते दो दिनों से चमगादड़ के मरने का सिलसिला देखा जा रहा है। बेलघाट की घटना के बाद इसे नोटिस में लिया गया। उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ ओपी श्रीवास्तव मरने की वजह भीषण गर्मी और पानी की कमी बता रहे हैं।
ये भी पढ़ें- यहां एक साथ मिले 13 नए कोरोना मरीज, मई माह में तीन गुना बढ़ी मरीजों की संख्या चमगादड़ हैं कई वायरस के फैलाने के स्रोत- विदेश में हुए कई शोध में चमगाजड़ों में विभिन्न प्रकार के वायरस पाए जाने की पुष्टि हुई है। ऐसे में स्थानीय लोगों में इस बात को भी लेकर डर है कि कहीं इन चमगाजड़ों से कोरोना न फैल जाएं, तो कई लोगों को संदेह है कि कहीं चमगादड़ों की मौत कोरोना से ही तो नहीं हुई है।