मिशन 2019 लोकसभा चुनाव का रिहर्सल दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में चल रहा है। शह और मात का खेल जारी है तो जुबानी जंग भी तेज हो चुकी है। मुख्यमंत्री के गढ़ के विवि में समाजवादी किसी भी सूरत में जीत को बेकरार हैं तो बीजेपी छात्र राजनीति में वर्चस्व के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती। यूपी में वर्चस्व की जंग इस स्तर पर पहुंच चुकी है कि गोरखपुर विवि चुनाव को लेकर सपा से लेकर यूपी सरकार के बड़े चेहरे दखल देना शुरू कर दिए हैं।
लोकसभा चुनाव के पहले दोनों दल आए आमने-सामने गोरखपुर विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव में सपा-भाजपा के वर्चस्व की जंग शबाब पर है। सपा विवि चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री के गढ़ में एक और जीत हासिल करने का संदेश देना चाहती है तो सत्ताधारी दल किसी भी सूरत में इस सीट पर जीत का स्वाद चखने को बेताब है। आलम यह कि दोनों दलों में हाईलेवल पर ही प्रत्याशी तय करने से लेकर चुनाव की रणनीति तक बनाई जा रही है। मंगलवार केा विवि में हुए बवाल के बाद तो खुलकर दोनों दल आमने सामने आ चुके हैं। समाजवादी पार्टी तो चुनाव स्थगित किए जाने को एबीवीपी के हार से जोड़ दी है। हद तो उस समय हो गया जब सपा छोटे-बड़े नेताओं के अलावा पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीट कर भाजपा सरकार पर विवि चुनाव न कराने का ठीकरा फोड़ दिया। पूरे दिन सोशल मीडिया पर ट्वीट की चर्चा के बाद कुछ ही घंटों में भाजपा भी मुखर होने लगी। यूपी सरकार के सिंचाई मंत्री और मुख्यमंत्री के जिले के प्रभारी डाॅ.धर्मपाल सिंह ने मोर्चा संभाल लिया।
मंत्री ने जवाब दिया सपा मुखिया अखिलेश यादव को दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विवि छात्रसंघ चुनाव को स्थगित किए जाने के बाद सत्तापक्ष पर लग रहे आरोपों पर यूपी सरकार की ओर से पहली बार बयान आया है। इस बयान से विवि की राजनीति गरमा गई है। प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि विवि छात्रसंघ चुनाव में किसी की भी गुंडई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने विपक्ष पर पलटवार करते हुए एबीवीपी का बचाव करते हुए कहा कि कुछ लोग अपनी हार देखने के बाद बौखला गए हैं और गुंडई पर उतर आए हैं। जिला प्रशासन को ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दे दिया गया है। ऐसे लोगों को चिंहित करने का निर्देश दे दिया गया है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार में किसी की भी गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। गोरखपुर के प्रभारी मंत्री धर्मपाल सिंह बुधवार को जिले में थे। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि चुनाव में कुछ लोगों को यकीन हो चला था कि उनकी हार होगी इसलिए उन्होंने दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में संचालित हो रही चुनाव प्रक्रिया को स्थगित करने के लिए अराजक महौल बनाया। उन्होंने कहा कि लोकसभा और विधानसभा के चुनाव स्थगित हो जाते हैं, यह तो छात्रसंघ का चुनाव है। चुनाव कब होगा, उन्होंने कहा कि यह परिस्थितियों पर तय होगा जिसका निर्णय विश्वविद्यालय प्रशासन पर छोड़ देना चाहिए।
अखिलेश ने ट्वीट कर कसे थे तंज समाजवादी पार्टी के मुखिया पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विवि चुनाव नहीं कराए जाने पर सीधे तौर पर बीजेपी की सरकार को घेरा है। उन्होंने ट्वीट किया है, ‘ लगता है गोरखपुर लोकसभा उपचुनाव में हारने के बाद अब कुछ लोगों को गोरखपुर विवि छात्रसंघ चुनाव में भी हार का डर सता रहा है, इसलिए वोट चुनाव टाल रहे हैं। ये चुनाव से पहले ही हार मान लेने का सबूत है। छात्रों से उनका अधिकार छीनना अलोकतांत्रिक है।’
Hindi News / Gorakhpur / गोरखपुर छात्रसंघ चुनाव पर अखिलेश व योगी सरकार आमने-सामने, दोनों ओर से दी गई चेतावनी