गोरखपुर जिले में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। रविवार को किशोरी समेत छह लोग संक्रमित मिले हैं। इनमें तीन शहरी क्षेत्र के और तीन ग्रामीण क्षेत्र के रहने वाले हैं।
बिना मास्क के इंट्री नहीं
DM के निर्देश में कहा गया है कि सरकारी और निजी संस्थानों में बिना मास्क के इंट्री न दी जाए। हर कार्यालय में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कर थर्मल स्कैनिंग कराई जाए। दरवाजे, रेलिंग, लिफ्ट, पार्किंग क्षेत्र में सैनिटाइजेशन कराया जाए। सर्दी, जुकाम, बुखार और फ्लू से पीड़ित मरीजों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच कराई जाए।
DM के निर्देश में कहा गया है कि सरकारी और निजी संस्थानों में बिना मास्क के इंट्री न दी जाए। हर कार्यालय में कोविड हेल्प डेस्क स्थापित कर थर्मल स्कैनिंग कराई जाए। दरवाजे, रेलिंग, लिफ्ट, पार्किंग क्षेत्र में सैनिटाइजेशन कराया जाए। सर्दी, जुकाम, बुखार और फ्लू से पीड़ित मरीजों की अनिवार्य रूप से कोरोना जांच कराई जाए।
यातायात और सार्वजानिक जगहों पर बढ़ाएं जांच
DM कृष्णा करूणेश ने कोरोना की गाइडलाइन में निर्देश दिया है कि जांच करने पर मरीज पॉजिटिव आते हैं, तो उन्हें होम क्वारंटीन में रखकर सर्विलांस सेल की मदद से नजर रखी जाएगी।
DM कृष्णा करूणेश ने कोरोना की गाइडलाइन में निर्देश दिया है कि जांच करने पर मरीज पॉजिटिव आते हैं, तो उन्हें होम क्वारंटीन में रखकर सर्विलांस सेल की मदद से नजर रखी जाएगी।
सात दिन बाद रिपोर्ट निगेटिव आने पर घर से निकलने की अनुमति दी जाएगी। गंभीर रूप से बीमार मरीज सार्वजनिक स्थानों पर न निकलें। इसके अलावा रेलवे, बस स्टेशन और एयरपोर्ट पर जांच का दायरा बढ़ाया जाए।
CMO डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया
किसी भी तरह की दिक्कत होने पर कोरोना मरीज कोविड कमांड सेंटर पर संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए 0551-2202205, 9532041882 एवं 9532797104 नंबर जारी किया गया है।
किसी भी तरह की दिक्कत होने पर कोरोना मरीज कोविड कमांड सेंटर पर संपर्क कर सकते हैं। इसके लिए 0551-2202205, 9532041882 एवं 9532797104 नंबर जारी किया गया है।
नोडल अधिकारी ने बताया
कोविड जांच के नोडल अधिकारी डॉ एके सिंह ने बताया कि इस समय जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 48 है। राहत की बात यह है कि अब तक किसी को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी है।
कोविड जांच के नोडल अधिकारी डॉ एके सिंह ने बताया कि इस समय जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 48 है। राहत की बात यह है कि अब तक किसी को भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी है।