ये भी पढ़ें- माफिया नेटवर्क तोड़ने की तैयारी: 40 माफिया सरगनाओं पर योगी की नजर टेढ़ी, 300 करोड़ की संपत्ति जब्त चुनाव में पंजीकृत कुल 1268 विद्यार्थियों में से 693 (55 फीसद) ने हिस्सा लेकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सुबह आठ बजे चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई। मतदान के लिए महाविद्यालय के ईमेल से पंजीकृत मतदाताओं के ईमेल पर सुबह आठ बजे लिंक भेजा गया। हालांकि शुरू में मतदान की गति धीमी रही, लेकिन 11 बजे तक 55 फीसद विद्यार्थी अपने मताधिकार का प्रयोग कर इस ऐतिहासिक चुनाव के गवाह बने। इस दौरान 12 फीसद विद्यार्थियों ने तकनीकी कारणों से मतदान न कर पाने को लेकर कालेज प्रशासन के पास आपत्ति दर्ज कराई, जिसके आधार पर उन्हें 12 से 2 बजे के बीच दोबारा ऑफलाइन मतदान का मौका दिया गया। लेकिन निर्धारित समय के भीतर कोई भी विद्यार्थी मतदान करने के लिए उपस्थित नहीं हुआ।
ये भी पढ़ें- अखिलेश यादव से मिले कानपुर के संजीत यादव के परिवारीजन, दो लाख की आर्थिक सहायता छात्रसंघ चुनाव के चार पदों के लिए ऑनलाइन मतदान में कुल दस प्रत्याशी मैदान में थे। अध्यक्ष व मंत्री पद के लिए तीन-तीन, उपाध्यक्ष व पुस्तकालय मंत्री पद के लिए दो-दो प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था। उपाध्यक्ष पद के लिए शशिकला गौड़ 389 मत पाकर निर्वाचित घोषित की गईं। राकेश कुमार को उन्होंने 85 मतों से हरा दिया। राकेश को 304 मत मिले। महामंत्री के चुनाव में अभय राज वर्मा 278 मत पाकर विजयी घोषित हुए। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी सुमित सिंह को 30 मतों से पराजित किया। 167 मत पाकर अनुराग सिंह तीसरे स्थान पर रहे। 452 मतों के साथ राकेश गुप्ता पुस्तकालय मंत्री बने। उन्होंने संदेश सिंह को 211 मतों से हराया। संदेश को कुल 241 मत मिले।