हमेशा उठाता रहूंगा जरूरतों का मुद्दा सांसद रवि किशन ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि ”संसदीय क्षेत्र के विकास और यहां की समस्याओं के निस्तारण के लिए सदैव तत्पर रहता हूं। गोरखपुर की जनता की सेवा ही मेरी पहली प्राथमिकता है। गोरखपुर में विकास के नए आयाम स्थापित हों इसके लिए मैंने संसद में हमेशा यहां की जरूरतों और समस्याओं को मुद्दा उठाया है।”
देश की समस्याओं पर सबका ध्यान आकर्षित कराया रवि किशन ने कहा कि ”मैंने सिर्फ संसदीय क्षेत्र ही नहीं बल्कि देश की समस्याओं पर भी सबका ध्यान आकर्षित कराया है। गोरखपुर मत्स्य विश्वविद्यालय की मांग हो या दूरदर्शन के उत्थान व रेल-सड़क मार्ग के विकास का मामला। सभी मुद्दों व मांगों को प्रमुखता से सदन के समक्ष रखा हूं। केवल अपने संसदीय क्षेत्र ही नहीं बल्कि पूरे देश की समस्याओं की तरफ भी सदन का ध्यान आकर्षित किया हूं। ड्रग की लत से बर्बाद हो रहे युवकों की बात हो या नारी शोषण की, संसद में आवाज उठाई है।” उन्होंने कहा कि भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने का मुद्दा भी संसद में उठाया और ऐसे ही भविष्य में भी देशहित और समाजहित में सदैव बोलता रहूंगा।
ड्रग्स का मुद्दा उठाने पर हुआ बड़ा नुकसान बॉलीवुड में अभिनेता सुशांत सिंह राजूपत की मौत के बाद ड्रग्स का मुद्दा चर्चा में रहा है। अभिनेता व सांसद रवि किशन ने संसद में ड्रग्स का मुद्दा उठाया था। उन्होंने पिछले वर्ष मॉनसून सत्र के दौरान ड्रग्स के मुद्दे को उठाया था। उन्होंने कहा था, ”ड्रग्स की तस्करी और युवाओं द्वारा इसका सेवन करना हमारे देश के सामने नई चुनौती बनकर सामने आया है। युवाओं को भटकाने के लिए चीन और पाकिस्तान साजिश के तहत पंजाब और नेपाल के जरिए यह ड्रग्स पूरे देश में फैलता है। ड्रग्स की लत के शिकार बॉलीवुड में भी हैं।” ड्रग्स का मुद्दा उठाने पर रवि किशन को भारी नुकसान झेलना पड़ा। रवि किशन ने कहा कि इस दो बड़ी वेब सीरीज फिल्में उनके हाथ से निकल गईं। छह फिल्में छिन गईं। बता दें कि ड्रग्स का मुद्दा उठाने पर रवि किशन को जान से मारने की धमकी भी मिली थी।
लगातार करते रहेंगे सवाल नंबर वन सांसद चुने जाने की खुशी में रवि किशन ने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए वह लगातार सवाल करते रहेंगे। उन्होंने कहा ”संसद में विकास से संबंधित सवाल जरूर करना चाहिए। इससे बहुत फायदा होता है। पहली बार इसका अच्छा अनुभव हुआ है। संसद बनने के बाद यह अनुभव अनूठा रहा।” उन्होंने आगे कहा कि वैसे गोरखपुर के विकास के लिए मुख्यमंत्री ही हमेशा लगे रहते हैं। उन्हीं की कृपा से गोरखपुर में तमाम विकास योजनाएं चल रहीं हैं। आज गोरखपुर का नाम पूरी दुनिया में हैं।