यूपी में जेलों में कोरोना संक्रमण के मामले मिलने के साथ ही सरकार की ओर से गाइड लाइंस जारी की गई कि सभी जगह अस्थायी जेल बनाकर आने वाले कैदियों को पहले वहां क्वारंटीन किया जाए, उनकी जांच के बाद ही उन्हें मुख्य जेल में ट्रांसफर किया जाय। इसके बाद गोरखपुर में भी जेल में कोरोना की इंट्री रोकने के लिये अस्थायी जेल बनाया गया। कैदियों को पहले यहां 14 के लिये क्वारंटीन किया जाता है, उसके बाद उन्हें मुख्य जेल में स्थानांतरिक कर दिया जाता है। उनकी जांच भी करायी जाती है।
इन सबके बावजूद कोरोना की इंट्री जेल में कैसे हो गई, इससे विभाग में हड़कम्प मचा हुआ है। शुक्रवार को पहले यहां 91 पाॅजिटिव पाए गए थे उसके बाद49 और संक्रमित पाए गए। बड़ी तादाद में कैदियों को कोरोना होने से जेल विभाग के आलाधिकारी भी सक्रिय हो गए हैं। गोरखपुर जेल परिसर को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया गया है। मेलेनियम बैरक को खाली करा कर उसे आइसोलेशन वार्ड में तब्दील कर संक्रमित कैदियों को वहां आइसोलेट कर दिया गया है। उन्हें स्वास्थ्य विभाग के जरिये काढ़ा, दवाएं और गर्म पानी दिया जा रहा है। बताते चलें कि इसके पहले बलिया, वाराणसी, सोनभद्र समेत जिलों में कैदियों के संक्रमित होने की खबरें आ चुकी हैं।