पटना,गोपालगंज: चुनाव का बिगुल बजते ही अनेक तरह के कार्ड खेले जाने लगते हैं। इनमें सहानुभूति बटोरने की मुहिम भी शामिल हैं। चुनाव की घोषणा के साथ ही लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान भी भावुक हो गए। उन्होंने ट्वीट कर अस्पताल में भर्ती अपने पिता के लिए भावनात्मक प्रतिक्रियां दीं। चिराग ने लिखा-पापा का अंश हूं। विपरीत परिस्थितियों में लड़कर जीतना उन्हीं से सीखा है। इस मुश्किल घड़ी में मेरे साथ खड़े होने के लिए आप सब का आभार। चिराग ने कहा कि जो लोग बिहार पर नाज करना चाहते हैं, उन सभी से अपील करता हूं कि ‘बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट’ की सोच के साथ आगे आएं और नया बिहार युवा बिहार बनाएं।
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50 वर्षों के कार्यों को सामने रखने का अवसर
चिराग पासवान ने कहा कि ये चुनाव प्रधानमंत्री के विकसित बिहार के सपने और अपने अभिभावक रामविलास पासवान के 50 वर्षों के कार्यों को बिहार वासियों के सामने रखने का अवसर है। चुनाव की घोषणा के इस महत्वपूर्ण अवसर पर थोड़ा भावुक भी हूं। पापा अस्पताल में हैं और मार्गदर्शन करने वाले उनके शब्दों की कमी महसूस कर रहा हूं। चिराग ने कहा कि बिहारियों के लिए उनकी (रामविलास पासवान) कल्पना को साकार करने की कोशिश करूंगा।
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चिराग बोले-जल्द डिजिटल माध्यम बिहारवासियों से जुड़ेगे पापा
पिछले 50 साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब आप सब के नेता और मेरे पापा इस चुनाव में बिहार में उपस्तिथ नहीं हो पाएंगे। मुझे विश्वास है कि वो जल्द डिजिटल माध्यम बिहारवासियों से जुड़ेगे। चिराग ने कहा कि पिछले कई दिनों में पापा (रामविलास पासवान) के पुराने दोस्तों व सहयोगियों ने मुझे फ़ोनकर उनका हाल जाना। दलगत राजनीति से ऊपर उठकर अधिकांश नेताओं ने फोन किया। सबके मन में पापा के प्रति आदर देखकर उनका बेटा होने पर मुझे गर्व महसूस होता है।
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जदयू के खिलाफ आक्रामकता से चर्चा में
जदयू अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ बयानबाजी और एनडीए में रहते हुए आलोचनात्मक रुख के चलते चिराग पासवान इन दिनों चर्चा में हैं। भाजपा ने लोजपा को मात्र पच्चीस सीटें देने की गारंटी दी है। इस पर वह असहमत नहीं दिखते। ऐसे में वह भावुकता का कार्ड आगे कर अपना दबाव बनाने की कोशिश कर रहे लगते हैं। माना जा रहा है कि चिराग यदि अंत तक सहमत नहीं हुए तो कोई तीसरा विकल्प भी तलाश सकते हैं।