मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ राधेश्याम केसरी ने बताया कि ड्यूलिस्ट के अनुसार जिले में शून्य से दो वर्ष तक के 22,423 बच्चे तथा 8,310 गर्भवती महिलाएं हैं। जो कोविड-19 या किसी अन्य कारण से नियमित टीकाकरण से वंचित रह गए हैं। इन बच्चों और महिलाओं के घर-घर जाकर आशा, एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सर्वे कर सूची तैयार की गई है। जिनका मिशन इंद्रधनुष अभियान-4.0 के दौरान विशेष टीकाकरण सत्र लगाकर टीकाकरण किया जाएगा। सात मार्च से सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान का यह प्रथम चरण है। दूसरा चरण चार अप्रैल और तीसरा चरण दो मई से शुरू किया जाएगा। अभियान के दौरान शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावैलेंट, रोटावायरस, मीजल्स-रूबेला, विटामिन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज, आईपीवी, पीसीवी का टीका एवं गर्भवती को टीडी का टीका लगाया जाएगा।
इस दौरान जिलाधिकारी ने सीएमओ व जिला प्रतिरक्षण अधिकारी को निर्देश दिए कि सघन मिशन इन्द्रधनुष-4.0 में इंकार परिवारों की सूची प्राप्त की जाए। कोटेदार व लेखपाल के माध्यम से इनकार परिवारों को मोबिलाईज कराकर उनका टीकाकरण कराया जाए। जिसमें आईसीडीएस व शिक्षा समेत अन्य विभागों का सहयोग लिया जाय। प्रत्येक दशा में चिन्हित सभी महिलाओं का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम में लापरवाही करने वाले कर्मचारियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के यह सर्वोच्च प्राथमिकता का कार्यक्रम है। स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ अन्य विभाग के कर्मचारियों से समन्वय बनाकर प्रत्येक दशा में तय समय सीमा के अंदर टीकाकरण का लक्ष्य पूरा किया जाए।