सपा नेता सूरज सिंह और जिलाध्यक्ष अरशद हुसैन की अगुवाई में आज सैकड़ो की संख्या में सपा कार्यकर्ताओं संगठन के पदाधिकारी ने यूनिवर्सिटी सहित कई मांगों को लेकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौपा। मीडिया से बातचीत करते हुए सपा नेता सूरज सिंह ने विश्वविद्यालय के मामले को लेकर भाजपा नेताओं के चुप्पी पर बड़ा सवाल खड़ा किया। उन्होंने भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं सत्ता में बैठे नेताओं से सवाल पूछना चाहता हूं कि आपने राज ठाकरे के विरोध में इतना बड़ा आंदोलन छेड़ दिया। लेकिन क्या गोंडा के बच्चों के भविष्य के बारे में आप कभी नहीं सोचते हैं। इस विषय में आप और आपके परिवार की एक भी जुबान नही निकली है। उन्होंने कहा कि गोंडा के जितने भी बीजेपी के जनप्रतिनिधि हैं। विधायक सांसद जिला पंचायत अध्यक्ष एमएलसी किसी ने विश्वविद्यालय को लेकर कुछ नहीं कहा। कहा कि हम मीडिया के माध्यम से कहना चाहते हैं कि हमने राष्ट्रीय अध्यक्ष से परमिशन ले लिया है, कि हम लोग यूनिवर्सिटी को लेकर जो भी संगठन आंदोलन कर रहे हैं। उनको लेकर मुख्यमंत्री से मिलने का प्रयास करेंगे। 23 तारीख को बनारस में प्रधानमंत्री का कार्यक्रम है। मैं मुख्यमंत्री को सिर्फ बीजेपी का मुख्यमंत्री नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का मुख्यमंत्री मानता हूं। जिन लोगों ने उन्हें वोट दिया। उनकी भी जिम्मेदारी है। और जिन लोगों ने वोट नहीं दिया, उनकी भी जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की है। जिसमें गोंडा की सबसे अधिक जिम्मेदारी है। क्योंकि गोंडा के सात विधायक दो सांसद एक एमएलसी जिला पंचायत अध्यक्ष लगभग सभी ब्लॉकों में प्रमुख भाजपा के हैं। उन्होंने कहा कि कितनी हास्यास्पद बात है कि यूनिवर्सिटी की मांग को लेकर किसी ने कुछ नहीं कहा, हम लोगों ने सोशल मीडिया और पत्र के माध्यम से आवाज उठाई है। हमें बलरामपुर से कोई परहेज नहीं है। लेकिन पहला हक गोंडा का बनता है। यहां पर डोमकल्पी में यूनिवर्सिटी के लिए जमीन चिन्हित कर ली गई थी। इसके साथ ही देवीपाटन मंडल मुख्यालय होने के नाते भी हमारा हक बनता है। मां पाटेश्वरी सिर्फ एक जिले की नहीं बल्कि पूरे जगत की है। इसी के साथ किसानों को गन्ना मूल्य का भुगतान नहीं मिल रहा है। मिल के अधिकारी बहाने बाजी कर रहे हैं। उनका कहना है कि हम जो पावर कारपोरेशन को बिजली की सप्लाई करते हैं। सरकार ने उसका भुगतान नहीं किया है। सरकार हमारा पैसा दवाये बैठी है। यदि ऐसा है तो सरकार को भुगतान करना चाहिए। यदि नहीं है, तो सरकार को आगे आकर किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान करना चाहिए। जब उनसे पूछा गया कि कौन नहीं चाह रहा है कि यहां विश्वविद्यालय बने। इस पर उन्होंने बीजेपी के सभी जनप्रतिनिधियों का नाम गिना दिया। कहां कि इसके लिए यह सभी लोग जिम्मेदार हैं। बाकी मुझे पता है, कि आने वाले दिनों में यह लोग शगुफा छोड़ने वाले हैं, कि यहां पर दूसरा विश्वविद्यालय बनेगा। उन्होंने आंदोलन कर रहे लोगों से अपील किया कि गफलत में मत आना। विश्वविद्यालय कोई भुजा चना नहीं है। कि चाहे जब चबा लेंगे। विश्वविद्यालय मिले या ना मिले। लेकिन हम अपने आंदोलन से पीछे हटने वाले नहीं हैं। उन्होंने कहा कि 2024 में इंडिया गठबंधन पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएगी।