गोंडा डीएम नेहा शर्मा ने विगत दो दिनों से लगातार हो भारी बारिश के दृष्टिगत जनसामान्य से अपील की है। अतिवृष्टि के दौरान सतर्क रहें। ऐसे स्थानों पर ना जाएं जहां जलभराव की स्थिति बनती है। गहरे स्थानों, नदी, नालों, नहरों, तालाब, डैम, कुंए इत्यादि स्थानों पर जाने से बचें। तथा प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन प्रशासन करें। पुराने, जर्जर भवन के नीचे निवास न करें। उन्होंने कहा कि बारिश और खराब मौसम के दौरान यथासंभव अतिआवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें। तथा जलभराव वाले स्थानों पर जाने से बचें। बारिश के दौरान बिजली के खंभों में करंट उतरने की संभावना अत्यधिक रहती है। इसलिए बिजली पोल के किनारे कतई न जायं। नदी, नालों, नहरों, तालाबों में कतई न जाएं। बच्चों पर विशेष निगरानी रखें कि वे जलभारव वाले स्थान पर न जाने पाएं।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जारी की एडवाइजरी, इन नियमो का करे पालन
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने भारी बारिश के दृष्टिगत एडवाइजरी जारी कर बचाव व सुरक्षा के उपाय बताए गए हैं। जिला आपदा विशेषज्ञ राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि भारी वर्षा से नदी के निचले हिस्से में अचानक जल-स्तर बढ़ सकता है। चाहे उस इलाके में इतनी अधिक बारिश न भी हो रही हो। ऐसी स्थितियों में कृपया छोटी नदियों और नालों से दूर रहने की आवश्यकता है। हमें नदियों के किनारे या धान के खेतों के नज़दीक वाहन चलाने से बचना चाहिए। नदियों में उफान आने या धान के खेतों में पानी भर जाने पर यह तय करना मुश्किल हो जाता है, कि सड़क और पानी के बीच की सीमा कहाँ है। ज़रा-सी चूक होने पर वाहन नदी या खेत में गिर सकता है। अतीत में आये आंधी-तूफ़ानों और मूसलाधार वर्षा के दौरान कुछ लोगों की इसी प्रकार मौत हुई थी। ध्यान रखें कि मूसलाधार बारिश के समय आप जिस सड़क से पलायन करें वह सुरक्षित हो, फिर भले ही आप उस सड़क से अच्छी तरह वाकिफ क्यों न हों।
आकाशीय बिजली से बचाव के लिए दामिनी एप का प्रयोग करे प्रयोग
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने जनसामान्य को आकाशीय बिजली से बचाव हेतु दामिनी एप का प्रयोग करने की सलाह दी गई है। किसानों और पशुपालकों को सलाह दी गई है कि अपने मवेशियों को सुरक्षित स्थानों पर रखें। जलभराव के कारण सर्पदंश की घटनाएं संभावना भी बढ़ गई है। ऐेसे घरों में सावधानी बरतें तथा सांप काटने पर तुरन्त अपने निकटतम सीएचसी या जिला अस्पताल जाकर एन्टी स्नेक वेनम का इंजेशन लगवाएं। यह भी सलाह दी गई है कि भारी बारिश की स्थिति में तलघरों और भूमिगत सुविधा केंद्रों से हट जायें। यदि किसी कारण से आपको भूमिगत रहना पड़े तो नवीनतम मौसम की जानकारी और चेतावनी पर नज़र बनाए रखें। सुनिश्चित करें कि बाढ़ आने की संभावना होने पर ज़मीन से ऊपर पहुँच जायें। मूसलाधार बारिश की स्थिति में तलघरों, भूमिगत शॉपिंग मॉल या गाड़ी खड़ी करने की जगहों में बड़ी मात्रा में पानी भरना शुरू हो सकता है। भूमिगत होने की स्थिति में हम अधिकतर यह नहीं जान पाते कि ऊपर क्या हो रहा है। इसका अर्थ है कि भारी बारिश या बाढ़ की स्थिति में समय पर अपना स्थान खाली करने में विफल हो सकते हैं। एक बार जब पानी भूमिगत सुविधा केंद्रों में बहने लगता है तो जल प्रवाह का सामना करते हुए सीढ़ियाँ चढ़ना बहुत मुश्किल हो जाएगा। बाढ़ से बिजली की आपूर्ति ठप हो सकती है। और लिफ़्ट चलना भी रुक सकती है। अंधेरे की स्थिति में भीड़ में दहशत भी पैदा हो सकती है।