पत्रकारों से बातचीत में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि जब मैं उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री था तो दो बच्चों को गोद लिया था, डॉक्टर बृजेंद्र उसमें से एक बच्चा है जो आज सरकारी अस्पताल में डॉक्टर है। उन्होंने कहा कि गरीब बच्चे को गोद लेकर उसे पढ़ा-लिखाकर कामयाब इंसान बनाने के बाद बहुत ही सुख की अनुभूति होती है। हर सक्षम व्यक्ति को ऐसा नेक कार्य करना चाहिये।