सूत्रों की माने तो चुनाव हराने के बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मनोज सिन्हा से बात की थी और उन्ही के बुलावे पर गाजीपुर के पूर्व सांसद दिल्ली रवाना हो गये हैं। गाजीपुर में भले ही मनोज सिन्हा जातीय समीकरण को ध्वस्त कर चुनाव जितने में सफल नहीं हुए हैं लेकिन उनके द्वारा किये गये विकास कार्य ने अलग पहचान बना दी है। बनारस के रेलवे स्टेशन से लेकर गाजीपुर के रेलवे स्टेशन, ट्रेनों का ठहराव, गाजीपुर को महत्वपूर्ण ट्रेन देने आदि कार्य को लेकर मनोज सिन्हा की छवि विकास पुरुष वाली बन गयी है। यूपी में पीएम नरेन्द्र मोदी के खास माने जाने वाले मनोज सिन्हा को नयी सरकार में महत्वपूर्ण पद मिलना तय है।
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बीजेपी नहीं चाहती थी कि गाजीपुर से चुनाव लड़े मनोज सिन्हा
यूपी में जब अखिलेश यादव व मायावती ने महागठबंधन किया था तो बीजेपी नहीं चाहती थी कि मनोज सिन्हा गाजीपुर से चुनाव लड़े। सूत्रों की माने तो बीजेपी ने मनोज सिन्हा को बलिया संसदीय सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी की थी लेकिन मनोज सिन्हा इसके लिए तैयार नहीं हुए। मनोज सिन्हा को लगा कि विकास कार्य के चलते वह चुनाव जीत जायेंगे। लेकिन जब चुनाव परिणाम आया तो यह भ्रम भी टूट गया। यूपी चुनाव 2017 की बात की जाये तो पीएम नरेन्द्र मोदी की पहली पसंद मनोज सिन्हा था और उन्हें ही यूपी का सीएम बनाने की तैयारी थी लेकिन बाद में आरएसएस के दखल के बाद योगी आदित्यराज को यूपी का सीएम बनाया गया। इसके बाद पीएम मोदी ने मनोज सिन्हा को रेल व दूरसंचार जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया था जहां पर काम करके मनोज सिन्हा ने दिखाया था इसी काम का अब उन्हें इनाम मिल सकता है और नये मंत्रिमंडल में पहले से बड़ी जगह मनोज सिन्हा को देने की तैयारी की गयी है।
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यूपी में जब अखिलेश यादव व मायावती ने महागठबंधन किया था तो बीजेपी नहीं चाहती थी कि मनोज सिन्हा गाजीपुर से चुनाव लड़े। सूत्रों की माने तो बीजेपी ने मनोज सिन्हा को बलिया संसदीय सीट से चुनाव लड़ाने की तैयारी की थी लेकिन मनोज सिन्हा इसके लिए तैयार नहीं हुए। मनोज सिन्हा को लगा कि विकास कार्य के चलते वह चुनाव जीत जायेंगे। लेकिन जब चुनाव परिणाम आया तो यह भ्रम भी टूट गया। यूपी चुनाव 2017 की बात की जाये तो पीएम नरेन्द्र मोदी की पहली पसंद मनोज सिन्हा था और उन्हें ही यूपी का सीएम बनाने की तैयारी थी लेकिन बाद में आरएसएस के दखल के बाद योगी आदित्यराज को यूपी का सीएम बनाया गया। इसके बाद पीएम मोदी ने मनोज सिन्हा को रेल व दूरसंचार जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया था जहां पर काम करके मनोज सिन्हा ने दिखाया था इसी काम का अब उन्हें इनाम मिल सकता है और नये मंत्रिमंडल में पहले से बड़ी जगह मनोज सिन्हा को देने की तैयारी की गयी है।
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