गाजीपुर कोतवाली के फुल्लनपुर के रहने वाले एक युवक अमित के संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उसकी मौत के बाद परिवार के लोगों ने उसका अंतिम संस्कार करने के लिए हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शमशान घाट पर ले गए। वहां पर सभी क्रिया कर्म करने के पश्चात उसके शव को चिता पर रख दिया गया। उसमें आग भी लगा दी गई थी, तभी वहां पर मृतक की पत्नी मनीषा के साथ पुलिस पहुंची और जलती हुई चिता को बुझाकर लाश को उतरवा लिया। पुलिस अभिरक्षा में लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
अमित और मनीषा की हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शादी हुई थी. लेकिन कुछ समय के पश्चात आपसी विवाद के चलते दोनों अलग-अलग रहने लगे। मामला कोर्ट तक पहुंचा और तलाक की नौबत आ गई थी। जिसका मामला गाजीपुर कोर्ट में चल रहा था। इसी दौरान अमित मानसिक रूप से काफी अस्वस्थ रहने लगा और उसकी मौत हो गई। परिवार के लोग उसे दाह संस्कार के लिए शमशान घाट लेकर चल दिए। इसकी जानकारी जैसे ही उसकी पत्नी को हुई वह भी पुलिस को जहर खिलाकर मारने की जानकारी देते हुए शमशान घाट पहुंची। पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए तत्काल शव को अपने कब्जे में ले लिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी तरह के चोट के निशान या फिर जहर खिलाने का जो आरोप लगाया गया था इसकी पुष्टि नहीं हुई है।
अमित और मनीषा की हिंदू रीति रिवाज के अनुसार शादी हुई थी. लेकिन कुछ समय के पश्चात आपसी विवाद के चलते दोनों अलग-अलग रहने लगे। मामला कोर्ट तक पहुंचा और तलाक की नौबत आ गई थी। जिसका मामला गाजीपुर कोर्ट में चल रहा था। इसी दौरान अमित मानसिक रूप से काफी अस्वस्थ रहने लगा और उसकी मौत हो गई। परिवार के लोग उसे दाह संस्कार के लिए शमशान घाट लेकर चल दिए। इसकी जानकारी जैसे ही उसकी पत्नी को हुई वह भी पुलिस को जहर खिलाकर मारने की जानकारी देते हुए शमशान घाट पहुंची। पुलिस ने भी कार्रवाई करते हुए तत्काल शव को अपने कब्जे में ले लिया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी भी तरह के चोट के निशान या फिर जहर खिलाने का जो आरोप लगाया गया था इसकी पुष्टि नहीं हुई है।