DM गाजीपुर
DM आर्यका अखौरी ने कहा कि इस केंद्र के माध्यम से जिले के किसान, महिलाएं, युवक एवं युवतियां सीधे लाभांवित होंगी। मिलेट्स के उत्पादन, बिक्री और इसके उत्पादों का विपणन अब अधिक सुगम होगा, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होगी और रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। मिलेट्स, जिसे श्री अन्न भी कहा जाता है जो सबसे प्राचीन और पोषण से भरपूर खाद्य पदार्थ है।
मिलेट्स ही श्री अन्न
श्री अन्न में इसमें ज्वार, बाजरा, रागी, मड़ुआ, कोदो, कुटकी, कांगनी आदि फसल शामिल हैं। उच्च पोषण क्षमता, जलवायु सहनशीलता और कम संसाधन आवश्यकताओं के कारण यह फसल प्राचीन काल से उगाई जा रही है। हालांकि, 1980 के बाद श्री अन्न के उत्पादन में गिरावट आई। वजह किसानों ने गेहूं और चावल के उत्पादन की ओर रुख किया।
भविष्य में मिलेट्स की व्यापक संभावनाएं
केंद्र सरकार ने वर्ष 2023 को अंतरराष्ट्रीय श्री अन्न वर्ष घोषित किया है, जिससे इसकी खेती और उपयोग को बढ़ावा मिल रहा है। इसके पोषण लाभ और बाजार में बढ़ती मांग को देखते हुए आने वाले समय में मिलेट्स के उत्पादों की व्यापक संभावनाएं हैं। इस अवसर पर प्रगतिशील महिला किसान अंजू चतुर्वेदी ने मिलेट्स से बने उत्पादों का प्रदर्शन किया।