पुलिस के आलाधिकारी ने बताया कि प्रारंभिक जांच से यह पता चला है कि IAS मुकेश पांडेय पहले नई दिल्ली आए थे। जांच से यह बात सामने आई थी कि पाण्डेय का अपने घर वालों से किसी बात को लेकर तनाव चल रहा था। मुकेश पांडेय ने आत्महत्या करने के पहले अपने घर टेलीफोन से एक संदेशा भेजा था। इस संदेश में उन्होंने जिन्दगी से तंग आ जाने और अच्छाई से विश्वास उठ जाने की बात की थी। साथ में यह भी बता दिया था कि वे दिल्ली में आत्महत्या करने जा रहे हैं। संदेश मिलते ही परिवार वाले बेचैन हो गए थे। फिर बिहार से किसी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दिल्ली पुलिस को संपर्क साधा और मदद करने को कहा।
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इसके बाद दिल्ली पुलिस ने उनके मैसेज के आधार पर कार्रवाई शुरू की। इस संदेशे में यह भी लिखा था कि मैं अपना सुसाइड नोट दिल्ली के होटल लीला पैलेस के रूम नंबर 742 में छोड़ दूंगा। दिल्ली पुलिस लीला पैलेस पहुंची तो कमरे में IAS मुकेश पांडेय का सुसाइड नोट मिल गया। इसके बाद दिल्ली पुलिस दौड़ी-दौड़ी जनकपुरी में बताए स्थान पर गई, लेकिन यहां किसी के आत्महत्या करने की जानकारी नहीं मिली, हालांकि उनका मोबाइल जरूर प्राप्त हो गया। इसके बाद पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी। तभी गाजियाबाद रेलवे पुलिस से खबर मिली कि एक व्यक्ति ने ट्रेन से कटकर जान दे दी है। व्यक्ति देखने में अच्छे घर से लग रहा है, लेकिन चेहरा इतना विक्षिप्त है कि पहचान नहीं की जा सकती। इसके बाद दिल्ली पुलिस के अधिकारी भागे-भागे गाजियाबाद पहुंचे तो शव की शिनाख्त IAS मुकेश पांडेय के रूप में ही हुई। यहां भी मुकेश पांडेय ने एक ऐसा तथ्य छोड़ दिया था, जिससे उनकी पहचान हो जाती। शव को देखने से पता चला कि आत्महत्या करने के लिए IAS मुकेश पांडेय ने अपने सिर को पटरी पर रख दिया था।
बताते चलें कि मुकेश पांडेय ने जिलाधिकारी के रूप में पहली पदस्थापना पिछले ही हफ्ते बक्सर में प्राप्त की थी। इसके पहले वे बिहार के कटिहार में DDC के पद पर तैनात थे। जानकारी के अनुसार 2012 में मुकेश पांडेय IAS बने थे। उनकी शादी पटना के मौर्या होटल में हुई थी। मुकेश पांडेय के ससुर राकेश कुमार सिंह पटना के जाने-माने कारोबारी हैं। Vau’s ऑटोमोबाइल के नाम से पटना में उनकी मारुति की ऑटोमोबाइल एजेंसी है।